*स्वयं सहायता समूहों को मिली नई जिम्मेदारी, अब आंगनबाड़ी केन्द्रों पर स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से होगा राशन वितरण*
*न्याय पंचायत स्तर पर होगी मानीटरिंग, नोडल अधिकारी नामित करने के निर्देश, सोशल मीडिया के माध्यम से भी होगी निगरानी*
जनपद में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ड्राई राशन का वितरण ग्रामीण क्षेत्रों में अब स्वयं सहायता समूहों द्वारा तथा शहरी क्षेत्र में शहरी आजीविका मिशन केन्द्रों के माध्यम से किया जाएगा। शुक्रवार को जिलाधिकारी ने इस बावत कलेक्ट्रेट सभागार में सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर रूपरेखा निर्धारित की तथा निर्देश दिए कि तत्काल प्रभाव से निगरानी समितियों को सक्रिय किया जाय व न्याय पंचायत स्तर पर नोडल अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाय और मानीटरिंग के लिए जनपद स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाय।
जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार जिले में स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से एकीकृत बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) के लाभार्थियों को अनुपूरक पुष्टाहार कार्यक्रम के अन्तर्गत ड्राई राशन आगनबाड़ी केन्द्रों पर वितरित किया जाएगा। जिलाधिकारी ने सभी आपूर्ति एवं दुग्ध विभाग एवं सभी सम्बन्धित अधिकारियों को बेहतर समन्वय स्थापित करके राशन वितरण कराने का निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि योजना के अनुसार आंगनबाड़ी कार्यकत्री वितरण का रिकार्ड मेनटेन करेंगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि स्वयं सहायता समूहों को राशन, कोटे की दुकानों से प्र्राप्त होगा, इसलिए मानक अनुसार स्वयं सहायता समूहों को दुकानों का आवंटन पारदर्शी तरीके से कर दिया जाय। उन्होंने डीएसओ को निर्देश दिए कि वे कोटेदारों द्वारा समय से राशन की उठान सुनिश्चित कराएं ताकि स्वयं सहायता समूहों को समय से राशन उपलब्ध हो जाय।
जिलाधिकारी ने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को आपूर्ति विभाग गेहॅू, चावल आदि उपलब्ध करायेगा। योजना के अनुसार प्रतिमाह 06 माह से 03 वर्ष के बच्चों के लिए 01 किलो चावल, डेढ किलों गेेहॅू, 750 ग्राम दाल, 450 ग्राम देशी घी तथा 400 ग्राम दूध दिया जायेंगा। 03 वर्ष से 06 वर्ष के आयु के बच्चों को प्रतिमाह 01 किलो चावल, डेढ किलो गेहॅू, 400 ग्राम दूध दिया जायेंगा।
उन्होने बताया कि गर्भवती एंव स्तनपान कराने वाली महिलाओं तथा स्कूल से बाहर 11 से 14 वर्ष की किशोरियों को 01 किलो चावल, 02 किलो गेहॅू, 750 ग्राम दाल, 450 ग्राम देशी धी तथा 750 ग्राम दूध दिया जायेंगा। गम्भीर रूप से कुपोषित 06 माह से 06 वर्ष के बच्चों के लिए प्रतिमाह डेढ़ किलो चावल, 2.50 किलो गेहॅू, 500 ग्राम दाल, 900 ग्राम देशी घी तथा 750 ग्राम दूध दिया जायेगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि जिले में कुल 3095 आंगनबाड़ी केन्द्र हैं जिन पर राशन का वितरण कराया जाएगा जिसमें 06 माह से 03 वर्ष आयु के 01 लाख 45 हजार, 808 बच्चे, 03 वर्ष से 06 तक आयु के 45 हजार 875 बच्चे, गर्भवती व धात्री महिलाएं 60 हजार 322 तथा 4500 किशोरियों को लाभान्वित किया जाएगा।
बैठक मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी, सिटी मजिस्ट्रेट वन्दना त्रिवेदी, डीपीओ मनोज कुमार, उपायुक्त मनरेगा/डीसी एनआरएलएम हरिश्चन्द्र प्रजापति, जिला पूर्ति अधिकारी वी0के0 महान, पीओ डूडा विनोद सिंह, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा0 देवराज, जिला विद्यालय निरीक्षक अनूप श्रीवास्तव, एआरएम रोडवेज, डूडा कार्यक्रम प्रबन्धक अखिलेश सिंह एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।
अरविन्द कुमार पाण्डेय
गोण्डा
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