चुनार। नमामि गंगे योजना के तहत मिर्जापुर - चुनार के बीच रियल वाटर क्वालिटी मापक यंत्र लगाने के लिए शुक्रवार को केंद्रीय जल प्रदूषण बोर्ड की टीम नगर में पहुंची। टीम के सदस्यों ने बालूघाट (बेलबीर) स्थित पक्का पुल के पास का सर्वे करने के बाद बहरामगंज स्थित कोल्हुआ घाट के आसपास का भी सर्वे किया।
बहरामगंज मे कोल्हुआ घाट शवदाह स्थल होने के चलते उस इलाके में मापक यंत्र को लगाना उपयुक्त नहीं पाया गया। टीम ने बालूघाट पक्का पुल के पास के स्थान को उपयुक्त पाया। टीम में शामिल वरिष्ठ सीनियर वैज्ञानिक आरबीसिंह ने बताया कि गंगा में गिरने वाले नालों के प्रभाव व गंगा नदी जल की शुद्धता के लिए सीपीसीवी की ओर से स्वान इन्वायरमेंट कंपनी के माध्यम से रियल टाइम वाटर क्वालिटी मानिटरिंग स्टेशन को लगाया जाएगा। यह मापक यंत्र गंगा नदी वाटर गुणवत्ता को मिनट टू मिनट पर डेटा सर्वर के माध्यम से पीएमओ(सीपीसीबी) को जाती रहेगी। कहा कि अग्रिम कार्रवाई के लिए निरीक्षण सर्वे रिपोर्ट विभागीय उच्चाधिकारियों को सौपी जाएगी। टीम में सीनियर इंजीनियर स्वान निलेश यादव, फील्ड सहायक अंतिम कुमार व सनी कुमार मौजूद रहे।
बहरामगंज मे कोल्हुआ घाट शवदाह स्थल होने के चलते उस इलाके में मापक यंत्र को लगाना उपयुक्त नहीं पाया गया। टीम ने बालूघाट पक्का पुल के पास के स्थान को उपयुक्त पाया। टीम में शामिल वरिष्ठ सीनियर वैज्ञानिक आरबीसिंह ने बताया कि गंगा में गिरने वाले नालों के प्रभाव व गंगा नदी जल की शुद्धता के लिए सीपीसीवी की ओर से स्वान इन्वायरमेंट कंपनी के माध्यम से रियल टाइम वाटर क्वालिटी मानिटरिंग स्टेशन को लगाया जाएगा। यह मापक यंत्र गंगा नदी वाटर गुणवत्ता को मिनट टू मिनट पर डेटा सर्वर के माध्यम से पीएमओ(सीपीसीबी) को जाती रहेगी। कहा कि अग्रिम कार्रवाई के लिए निरीक्षण सर्वे रिपोर्ट विभागीय उच्चाधिकारियों को सौपी जाएगी। टीम में सीनियर इंजीनियर स्वान निलेश यादव, फील्ड सहायक अंतिम कुमार व सनी कुमार मौजूद रहे।
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