चित्रकूट -प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मारकुंडी में शनिवार को प्रसव केंद्र का शुभारंभ सीएचसी मानिकपुर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा राजेश सिंह ने फीता काटकर किया। अब यहां पर प्रसव की सुविधा मिल सकेगी। क्षेत्र के कई गांवों की प्रसूताओं को प्रसव के लिए मानिकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं जाना पडेगा।
मानिकपुर सीएचसी के प्राभारी चिकित्सा अधिकारी डा राजेश सिंह ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा विनोद कुमार यादव के निर्देशन में स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है। इसी क्रम में मारकुंडी में डिलवरी प्वाइंट का शुभारम्भ किया गया। अभी तक इस क्षेत्र की प्रसूताओं को प्रसव के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानिकपुर जाना पड़ता था। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मारकुंडी में प्रसव की सुविधा उपलब्ध होने से आस पास के गांवों की प्रसुताओं को मानिकपुर तक की दूरी नहीं तय करनी पडेगी। उन्होंने बताया मारकुंडी में प्रसव की सुविधा उपलब्ध हो जाने से निश्चित तौर पर संस्थागत प्रसव में वृद्धि होगी। जिला कार्यक्रम प्रबंधक आरके करवरिया ने बताया कि इसके पहले शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित सात पीएचसी में ही प्रसव की सुविधा मिल रही थी। मारकुंडी को मिलाकर अब आठ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ऐसे हो गए जहां पर प्रसव की सुविधा उपलब्ध है। इसमें अर्बन पीएचसी कर्वी, पीएचसी सीतापुर, भौंरी, सरैंया, टिकरा, छीबों, सरधुआ शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजापुर, पहाडी, रामनगर मऊ, मानिकपुर, शिवरामपुर व जिला अस्पताल में यह सुविधा पहले से ही मिल रही है। पिरामल फाउंडेशन के डिस्ट्रिक्ट टांसफार्मेशन मैनेजर कमल भटटाचार्य ने बताया कि नीति आयोग की गाइड लाइन के मुताबिक घर पर होने वाले प्रसव को बिल्कुल समाप्त करने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से काम किया जा रहा है। मारकुंडी क्षेत्र में काफी होम डिलेवरी हो रही थी। यहां पर डिलेवरी प्वाइंट होने से संस्थागत प्रसव की संख्या बढेगी। इस मौके पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मानिकपुर डा राजेश सिंह, पीएचसी मारकुंडी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा मनीष, डीएमएचसी अरुण कुमार, बीटीओ विमल कुमार आदि मौजूद रहे
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