अधिक ऊर्जा खपत वाले उद्योग एवं संस्थान पैट योजना में सम्मिलित होकर उठाये ऊर्जा संरक्षण का लाभ
लखनऊः 05 नवम्बर 2020
यूपीनेडा द्वारा ब्यूरो आॅफ एनर्जी एफिशिएन्सी (बीईई) की पैट योजना के अन्तर्गत ऊर्जा बचत सर्टिफिकेट (ईसटर््स)की ट्रेडिंग विषय पर वेबीनार के माध्यम से आयोजित कार्यशाला में निदेशक, यूपीनेडा श्री भवानी सिंह खंगारौत ने अवगत कराया कि यूपीनेडा द्वारा ऊर्जा संरक्षण से संबंधी विषयों पर अबतक 05 कार्यशालाएॅ आयोजित की जा चुकी है। बीईई द्वारा अधिक ऊर्जा खपत वाले उद्योगो एवं सस्थानों को, जिन्हेे डेजिगनेटेड कन्ज्यूमर (डीसी) कहा गया है, को परफार्म, अचीव एवं ट्रेड अर्थात् पैट योजना में सम्मिलित किया जाता है। प्रत्येक पैट साइकल, जो तीन वर्ष की होती है, में कुछ नए डीसी जोड़े जाते है। वर्तमान में पावर प्लाण्ट, फर्टिलाइजर, सीमेण्ट, क्लोरएल्कली, एल्युमिनियम, आयरन एवं स्टील, पल्प एवं पेपर, टेक्सटाइल्स, विद्युत वितरण कम्पनी (डिस्काॅम), रेलवे, रिफाइनरी तथा होटल सेक्टर पैट योजना में सम्मिलित किये गये है। उत्तर प्रदेश में पैट साइकल-1 के अन्तर्गत 27 डीसी थे, पैट साइकल-2 में 45 तथा वर्तमान में उ0प्र0 के 65 डीसी पैट योजना में शामिल है। यह कार्यशाला पैट योजना के डीसी हेतु आयोजित की गयी है। पैट एक अनूठी योजना है जो प्रतिभागी संगठनों को अपने ऊर्जा बिल को कम करने एवं लाभ प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है।
कार्यक्रम के आरम्भ में सचिव एवं मुख्य परियोजना अधिकारी, यूपीनेडा, श्री अनिल कुमार द्वारा उत्तर प्रदेश के पैट कार्यक्रम के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत डीसी ऊर्जा की बचत हेतु प्रयास कर पर्फाम करते है तथा लक्ष्य से अधिक ऊर्जा बचत पर ईसटर््स प्राप्त करते हैं तथा प्राप्त ईसर्ट्स की संबंधित ऊर्जा एक्सचेंज में टेªडिंग कर लाभ प्राप्त करते है। निर्धारित लक्ष्य प्राप्त नही करनी वाली संस्थाओं को ऋणात्मक ईसटर््स प्राप्त होते है और उन्हें पेनाल्टी से बचने के लिए ईसटर््स क्रय करना पड़ता है। लक्ष्य की प्राप्ति हेतु विभिन्न उद्योग एवं संस्थाएॅ अपने स्वयं के निवेश द्वारा ऊर्जा की बचत करते है तथा बीईई द्वारा निर्धारित लक्ष्य से अधिक बचत होने पर प्रति टन आॅयल समकक्ष बचत पर विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा एक एनर्जी सेविंग सर्टिफिकेट प्रदान किए जाते है जिसकी ट्रेडिंग पावर एक्चेंज पर की जाती है।
निदेशक, पैट स्कीम ब्यूरो आॅफ एनर्जी एफिशिएन्सी श्रीमती विनीता कंवल ने देश में पैट स्कीम के अन्तर्गत डीसी तथा पैट साइकल-1 में हुयी ट्रेडिंग आदि के बारे में अवगत कराया। बीईई के श्री विशाल मेहता ने ईसर्टस ट्रेडिंग एवं पैटनेट पोर्टल के बारे मे विस्तार से चर्चा की। इस वेबीनार में पोसोको से श्री शरद चन्द्र, आईईएक्स से श्री नितिन साब्की एवं श्री सुधीर भारती तथा पीएक्सआईएल से श्री अनिल काले द्वारा ईसटर््स ट्रेडिंग से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गयी। बतलाया गया कि जिन संस्थानों द्वारा निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष बचत नहीं की गयी है, वह ईसर्टस क्रय करते है। ईरेडा से श्री के.पी.फिलिप द्वारा फाइनेन्सिंग विषय पर चर्चा की गयी।
श्री अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रभारी यूपीएसडीए ने कहा कि पैट योजना में शामिल उत्तर प्रदेश के उद्योगों एवं संस्थानों द्वारा ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में काफी कार्य किया गया है तथा अगली पैट साइकल में शामिल सभी संस्थान निर्धारित लक्ष्य से अधिक ऊर्जा की बचत करते हुए अधिक से अधिक ईसर्टस प्राप्त करेंगे।
सम्पर्क सूत्र: सूचना अधिकारी: सी0एल0 सिंह
लखनऊः 05 नवम्बर 2020
यूपीनेडा द्वारा ब्यूरो आॅफ एनर्जी एफिशिएन्सी (बीईई) की पैट योजना के अन्तर्गत ऊर्जा बचत सर्टिफिकेट (ईसटर््स)की ट्रेडिंग विषय पर वेबीनार के माध्यम से आयोजित कार्यशाला में निदेशक, यूपीनेडा श्री भवानी सिंह खंगारौत ने अवगत कराया कि यूपीनेडा द्वारा ऊर्जा संरक्षण से संबंधी विषयों पर अबतक 05 कार्यशालाएॅ आयोजित की जा चुकी है। बीईई द्वारा अधिक ऊर्जा खपत वाले उद्योगो एवं सस्थानों को, जिन्हेे डेजिगनेटेड कन्ज्यूमर (डीसी) कहा गया है, को परफार्म, अचीव एवं ट्रेड अर्थात् पैट योजना में सम्मिलित किया जाता है। प्रत्येक पैट साइकल, जो तीन वर्ष की होती है, में कुछ नए डीसी जोड़े जाते है। वर्तमान में पावर प्लाण्ट, फर्टिलाइजर, सीमेण्ट, क्लोरएल्कली, एल्युमिनियम, आयरन एवं स्टील, पल्प एवं पेपर, टेक्सटाइल्स, विद्युत वितरण कम्पनी (डिस्काॅम), रेलवे, रिफाइनरी तथा होटल सेक्टर पैट योजना में सम्मिलित किये गये है। उत्तर प्रदेश में पैट साइकल-1 के अन्तर्गत 27 डीसी थे, पैट साइकल-2 में 45 तथा वर्तमान में उ0प्र0 के 65 डीसी पैट योजना में शामिल है। यह कार्यशाला पैट योजना के डीसी हेतु आयोजित की गयी है। पैट एक अनूठी योजना है जो प्रतिभागी संगठनों को अपने ऊर्जा बिल को कम करने एवं लाभ प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है।
कार्यक्रम के आरम्भ में सचिव एवं मुख्य परियोजना अधिकारी, यूपीनेडा, श्री अनिल कुमार द्वारा उत्तर प्रदेश के पैट कार्यक्रम के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत डीसी ऊर्जा की बचत हेतु प्रयास कर पर्फाम करते है तथा लक्ष्य से अधिक ऊर्जा बचत पर ईसटर््स प्राप्त करते हैं तथा प्राप्त ईसर्ट्स की संबंधित ऊर्जा एक्सचेंज में टेªडिंग कर लाभ प्राप्त करते है। निर्धारित लक्ष्य प्राप्त नही करनी वाली संस्थाओं को ऋणात्मक ईसटर््स प्राप्त होते है और उन्हें पेनाल्टी से बचने के लिए ईसटर््स क्रय करना पड़ता है। लक्ष्य की प्राप्ति हेतु विभिन्न उद्योग एवं संस्थाएॅ अपने स्वयं के निवेश द्वारा ऊर्जा की बचत करते है तथा बीईई द्वारा निर्धारित लक्ष्य से अधिक बचत होने पर प्रति टन आॅयल समकक्ष बचत पर विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा एक एनर्जी सेविंग सर्टिफिकेट प्रदान किए जाते है जिसकी ट्रेडिंग पावर एक्चेंज पर की जाती है।
निदेशक, पैट स्कीम ब्यूरो आॅफ एनर्जी एफिशिएन्सी श्रीमती विनीता कंवल ने देश में पैट स्कीम के अन्तर्गत डीसी तथा पैट साइकल-1 में हुयी ट्रेडिंग आदि के बारे में अवगत कराया। बीईई के श्री विशाल मेहता ने ईसर्टस ट्रेडिंग एवं पैटनेट पोर्टल के बारे मे विस्तार से चर्चा की। इस वेबीनार में पोसोको से श्री शरद चन्द्र, आईईएक्स से श्री नितिन साब्की एवं श्री सुधीर भारती तथा पीएक्सआईएल से श्री अनिल काले द्वारा ईसटर््स ट्रेडिंग से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गयी। बतलाया गया कि जिन संस्थानों द्वारा निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष बचत नहीं की गयी है, वह ईसर्टस क्रय करते है। ईरेडा से श्री के.पी.फिलिप द्वारा फाइनेन्सिंग विषय पर चर्चा की गयी।
श्री अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रभारी यूपीएसडीए ने कहा कि पैट योजना में शामिल उत्तर प्रदेश के उद्योगों एवं संस्थानों द्वारा ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में काफी कार्य किया गया है तथा अगली पैट साइकल में शामिल सभी संस्थान निर्धारित लक्ष्य से अधिक ऊर्जा की बचत करते हुए अधिक से अधिक ईसर्टस प्राप्त करेंगे।
सम्पर्क सूत्र: सूचना अधिकारी: सी0एल0 सिंह
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