अंबेडकरनगर। जलनिगम ने अमृत योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने के नाम पर अकबरपुरनगर में जहां-तहां सड़कें खोद डालीं गईं हैं जिसका खामियाजा आम शहरी भुगत रहा है। इसमें कई नई सड़कें भी शामिल हैं। मनमाने ढंग से सड़क खोदकर पाइपलाइन बिछा तो दी गई, लेकिन ज्यादातर मोहल्लों में सड़क की विधिवत मरम्मत कराने की जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया गया। इतना ही नहीं, पाइपलाइन बिछाने के नाम पर मानक को दरकिनार करने का भी मामला सामने आया है।अकबरपुर नगर पालिका परिषद क्षेत्र के ज्यादातर मोहल्ले के नागरिक इन दिनों मुश्किल में हैं। बताते चलें कि अमृत योजना के तहत 85 करोड़ रुपये की लागत से नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए ओवरहेड टैंक, पंप हाउस, ट्यूबवेल के साथ ही घर-घर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पाइपलाइन बिछाए जाने का कार्य चल रहा है।जलनिगम के माध्यम से अलग-अलग ठेकेदार अलग-अलग क्षेत्रों में इन दिनों पाइपलाइन बिछाने का कार्य कर रहे हैं। ऐसा करने में बड़ी लापरवाही बरती जा रही है। निर्देश यह है कि सड़क खोदकर पाइपलाइन बिछाए जाने के तत्काल बाद फिर से सड़क का निर्माण उसी दशा में कराया जाए। हालांकि संबंधित ठेकेदारों द्वारा दिशा निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है।नगर पालिका परिषद क्षेत्र के कृष्णानगर कॉलोनी, शांतिनगर, इंद्रलोक कॉलोनी, मीरानपुर, अहिराना, पेवाड़ा, रसूलपुर हौजपट्टी, कुंज गली समेत कई अन्य क्षेत्रों में ठेकेदारों ने सड़क खोदकर पाइपलाइन बिछा दिया गया, लेकिन ज्यादातर जगहों पर मात्र मिट्टी डालकर गड्ढे की पटाई कर दी गई। फिर से सड़क निर्माण नहीं किया।नतीजा यह है कि पानी पड़ने पर मिट्टी धंस जाती है, जिसके चलते गड्ढे में गिरकर नागरिक अक्सर चोटिल होते रहते हैं। इसकी शिकायत कई बार जिम्मेदारों से की गई, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।
जांच कर हो दोषियों पर कार्रवाई
मीरानपुर मोहल्ले के रेहान जैदी व यासिर हुसैन ने कहा कि जो पाइप बिछाया जा रहा है, वह भी मानक के अनुरूप नहीं है। इसके साथ ही गड्ढा खोदकर पाइपलाइन तो बिछा दिया, लेकिन सड़क को फिर से बनवाने की सुध नहीं ली जा रही है। पूरे मामले की जांच कराई जाए। साथ ही दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई भी की जाए।
कृष्णानगर कॉलोनी के लालजी चतुर्वेदी, बीएन वर्मा, अनूप यादव, गोविंद मिश्र, सुशील सिंह ने कहा कि लगभग पांच माह पूर्व जलनिगम द्वारा पाइपलाइन बिछाने के नाम पर मनमाने ढंग से सड़क की खुदाई कर दी, लेकिन पाइप बिछाने के बाद सड़क का निर्माण कराने की सुध जिम्मेदारों को नहीं है। इससे उत्पन्न गड्ढों में गिरकर आए दिन नागरिक चोटहिल होते रहते हैं। लालजी ने कहा कि सबसे अधिक समस्या उस समय उत्पन्न हो जाती है, जब कोई वाहन गड्ढे में फंस जाता है।
जांच कर होगी कार्रवाई
अमृत योजना के तहत पाइपलाइन बिछाए जाने का कार्य चल रहा है। गड्ढा खोदकर पाइप बिछाने के बाद तत्काल सड़क के निर्माण का निर्देश ठेकेदारों को दिया गया है। सड़क निर्माण न कराने की शिकायत मिली है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
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