*सरकारों को महंगाई पर लगाम लगाना चाहिए- सुनील सिंह*
*रोटी, कपड़ा और मकान की चिंता सरकारों को नहीं है- सुनील सिंह*
*आसमान छूती महंगाई सरकार को दिखाई क्यों नहीं देती- सुनील सिंह*
लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने प्रदेश में बढ़ रही महंगाई को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि
आसमान छूती महंगाई का मुद्दा मध्यमवर्गीय और गरीब वर्ग के लिए बेचैनी का सबब बन गया है स्थिति अब गंभीर होती दिखाई दे रही है। महंगाई कम होने का नाम नहीं ले रही है। बिजली,पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के साथ-साथ अब दैनिक उपयोग के खाद्य तेल, किराना सामान, सब्जी के साथ-साथ प्याज और लहसुन के साथ अन्य सामग्री के दाम बढ़ते जा रहे है। वस्तुओं के तेजी से बढ़ते दामों ने लोगों में केंद्र सरकार के प्रति साफ नजर आ रही दिखाई दे रही है विपक्ष को भी सरकार को महंगाई के मुद्दे पर घेरने में अक्षम है। ऐसे में आमजन के लिए महंगाई गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है। श्री सिंह ने कहा कि बावजूद इसके सरकार का समस्या पर ध्यान नहीं दे रही है।
प्याज थोक में मिल रहा 50 रूपये, खेरची में 70 से 85 रूपये किलो पहुंंचे दाम प्रदेश के सभी क्षेत्र में महंगाई के मार गरीब और मध्यम परिवार पर साफ-साफ दिख दे रही है लोकदल की मांग है कि सरकारों को महंगाई पर लगाम लगाना चाहिए। जबकि पेट्रोल-डीजल,बिजली में हो चुकी बढ़ोत्तरी से अन्य सामग्री भी मंहगी होती जा रही है। श्री सिंह ने कहा कि आर्थिक मोर्चे पर केंद्र सरकार पूरी तरह से विफल है कालाधन और भ्रष्टाचार, केंद्र सरकार के गलत नीतियों से रुपये की गिरती कीमत ओैर सरकार की जनविरोधी नीति कारण लगातार महंगाई बढ़ रही है। सरकार ने बिजली, पेट्रोल-डीजल बिजली को आय का एक मात्र साधन बना लिया है। रोटी, कपड़ा और मकान की चिंता सरकारों को नहीं है। महंगाई कम करने वाले जनप्रतिनिधि और सरकार होनी चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रो में रोजगार है नहीं और महंगाई अत्यधिक है।
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