मिर्जापुर। जिले के विद्युत उपभोक्ताओं पर पावर कारपोरेशन का पांच अरब रुपये बकाया है। इसमें कम पावर वाले कनेक्शनधारी तो कम हैं लेकिन बड़े उपभोक्ता अधिक हैं। सरकारी विभागों पर एक मुश्त बकाए के चलते वसूली प्रभावित हो रही है। केवल जलनिगम पर ही बिजली विभाग का 10 करोड़ रुपये बाकी है।
जिलाधिकारी की समीक्षा बैठक में सामने आया कि जलनिगम पर बिजली विभाग का 10 करोड़ बकाया है। इसी प्रकार यदि टाप फाइव की बात करें तो उसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग पर आठ करोड़ 24 लाख, छह करोड़ स्वास्थ्य विभाग पर, लोक निर्माण विभाग के छह करोड़ बकाया, पंचायत राज विभाग पर साढ़े तीन करोड़ तथा पुलिस विभाग पर लगभग एक करोड़ 20 लाख रुपये बकाया है। इस संबंध में शनिवार को डीएम ने समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को चेताया और कहा कि विभागीय अधिकारी बिजली विभाग से संपर्क स्थापित कर तत्काल बिजली का बिल जमा करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यदि किसी विभाग के बजट न हो तो अपने मुख्यालय से पत्राचार कर बजट की मांग कर ली जाये। जलिे में इस समय दो लाख 70 हजार विद्युत उपभोक्ता हैं। इनमें से ढाई लाख उपभोक्ताओं के परिसर में मीटर लगाया गया है। नगर में तकरीबन एक लाख विद्युत उपभोक्ता हैं ज5िनमें से 90 हजार के परिसर में मीटर लगाया गया है।
बकाए की वसूली के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किया जा रहा है। वसूली पहले से बेहतर हुई है। सरकारी विभाग भी अपने बकाए का धीरे- धीरे भुगतान कर रहे हैं। - विनोद कुमार पांडेय, अधीक्षण अभियंता, मिर्जापुर विद्युत मंडल
कांशीराम आवास की बिजली हुई गुल, नागरिकों ने किया प्रदर्शन
मिर्जापुर। जिला मुख्यालय पर शनिवार को कंतित विंध्याचल स्थित कांशीराम आवास के नागरिकों ने प्रदर्शन कर विद्युत संयोजन जोड़ने की मांग की। बकाए के चलते उनकी बिजली काट दी गई थी। प्रदर्शन कारियों का कहना था कि उन्हें बिजली नि:शुल्क दी गई थी किंतु बिना किसी सूचना के उनकी बिजली काट दी गई। कांशीराम ग्रामीण आवास में लगभग दो सौ बिजली के कनेक्शन दिए गए हैं। जिसमें प्रति कनेक्शन 40 हजार से लेकर 65 हजार रुपये तक का बकाया है। उपखंड अधिकारी विद्युत चंद्रभूषण ने बताया कि इस कालोनी के आवासों पर लगभग एक करोड़ 20 लाख रुपये का बकाया चल रहा है। इन लोगों को पूर्व में सूचना भी दी गई थी। इसके बावजूद किसी ने पैसा नहीं जमा किया। शनिवार को ट्रांसफार्मर से इनकी लाइन काट दी गई। पैसा जमा करा देंगे तो कनेक्शन चालू करा दिया जाएगा।
जिलाधिकारी की समीक्षा बैठक में सामने आया कि जलनिगम पर बिजली विभाग का 10 करोड़ बकाया है। इसी प्रकार यदि टाप फाइव की बात करें तो उसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग पर आठ करोड़ 24 लाख, छह करोड़ स्वास्थ्य विभाग पर, लोक निर्माण विभाग के छह करोड़ बकाया, पंचायत राज विभाग पर साढ़े तीन करोड़ तथा पुलिस विभाग पर लगभग एक करोड़ 20 लाख रुपये बकाया है। इस संबंध में शनिवार को डीएम ने समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को चेताया और कहा कि विभागीय अधिकारी बिजली विभाग से संपर्क स्थापित कर तत्काल बिजली का बिल जमा करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यदि किसी विभाग के बजट न हो तो अपने मुख्यालय से पत्राचार कर बजट की मांग कर ली जाये। जलिे में इस समय दो लाख 70 हजार विद्युत उपभोक्ता हैं। इनमें से ढाई लाख उपभोक्ताओं के परिसर में मीटर लगाया गया है। नगर में तकरीबन एक लाख विद्युत उपभोक्ता हैं ज5िनमें से 90 हजार के परिसर में मीटर लगाया गया है।
बकाए की वसूली के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किया जा रहा है। वसूली पहले से बेहतर हुई है। सरकारी विभाग भी अपने बकाए का धीरे- धीरे भुगतान कर रहे हैं। - विनोद कुमार पांडेय, अधीक्षण अभियंता, मिर्जापुर विद्युत मंडल
कांशीराम आवास की बिजली हुई गुल, नागरिकों ने किया प्रदर्शन
मिर्जापुर। जिला मुख्यालय पर शनिवार को कंतित विंध्याचल स्थित कांशीराम आवास के नागरिकों ने प्रदर्शन कर विद्युत संयोजन जोड़ने की मांग की। बकाए के चलते उनकी बिजली काट दी गई थी। प्रदर्शन कारियों का कहना था कि उन्हें बिजली नि:शुल्क दी गई थी किंतु बिना किसी सूचना के उनकी बिजली काट दी गई। कांशीराम ग्रामीण आवास में लगभग दो सौ बिजली के कनेक्शन दिए गए हैं। जिसमें प्रति कनेक्शन 40 हजार से लेकर 65 हजार रुपये तक का बकाया है। उपखंड अधिकारी विद्युत चंद्रभूषण ने बताया कि इस कालोनी के आवासों पर लगभग एक करोड़ 20 लाख रुपये का बकाया चल रहा है। इन लोगों को पूर्व में सूचना भी दी गई थी। इसके बावजूद किसी ने पैसा नहीं जमा किया। शनिवार को ट्रांसफार्मर से इनकी लाइन काट दी गई। पैसा जमा करा देंगे तो कनेक्शन चालू करा दिया जाएगा।
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