सहकारिता का सिद्धांत है सहयोग, जिसको ध्यान में रखकर
सभी को कार्य करना चाहिए
सभी लोग आपस में मिलजुल कर कार्य करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी
सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को लाभान्वित किया जा रहा है
उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक कृषकों की आय दोगुनी किये जाने तथा कल्याणकारी योजनाओं के निर्वहन में अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहा है
’’सबका साथ, सबका विकास एवं सबका विश्वास’’ का सफलतम् क्रियान्वयन सहकारिता के माध्यम् से ही पूर्ण हो सकता है
लखनऊ: 20 नवम्बर, 2020
उत्तर प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि सहकारिता का सिद्धांत है सहयोग, जिसको ध्यान में रखकर सभी को कार्य करना चाहिए। सभी लोग आपस में मिलजुल कर कार्य करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी। सहकारी समितियों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर लाभान्वित करने का कार्य किया जा रहा है। कम से कम ब्याज पर कृषकों को ऋण दिया जाये, इसके लिए पूरा प्रयास किया जाना चाहिए।
यह विचार श्री वर्मा ने आज यहां पी.सी.यू. सभागार में उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक के द्वारा 67वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह-2020 के समापन दिवस के अवसर पर ‘‘वित्तीय समावेशन सहकारिता के माध्यम से डिजिटलीकरण और सोशल मीडिया विषयक पर आयोजित गोष्ठी में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष सहकारी सप्ताह का आयोजन किया जाता है, इसकी समीक्षा की जानी चाहिए। इन गोष्ठी में जो विभाग के लिए उपयोगी विचार आते है उस पर अमल भी किया जाना चाहिए।
श्री वर्मा ने बैंक के अल्पकालीन फसली ऋण वितरण के प्रयासों की सराहना करते हुये कहा कि बैंक द्वारा भारत सरकार एवं राज्य सरकार की योजनाआंे के प्राथमिकता के क्रम में कृषकों की आय दोगुनी किये जाने तथा कल्याणकारी योजनाओं के निर्वहन में अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होने ने कहा कि कृषकांें की निकटतम पहुॅच मुख्य रूप से प्रारम्भिक कृषि ऋण सहकारी समितियों (पैक्स) के माध्यम से ही सम्भव है तथा भारत सरकार की नीति ’’सबका साथ, सबका विकास एवं सबका विश्वास’’ का सफलतम् क्रियान्वयन सहकारिता के माध्यम् से ही पूर्ण हो सकता है, जिसके लिये सहकारी बैंकों द्वारा अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है।
सहकारिता मंत्री ने प्रदेश के 06 जिला सहकारी बैंकों यथा-बिजनौर, मेरठ, लखीमपुर-खीरी, मुजफ्फरनगर, रामपुर एवं लखनऊ से सम्बद्ध पैक्स के माध्यम से गन्ना कृषकों की अतिरिक्त वित्तपोषण किये जाने की योजना का शुभारंभ करते हुए सम्बन्धित गन्ना समिति/पैक्स के 10 कृषक सदस्यों को अंगवस्त्र एवं मोमेन्टों देकर सम्मानित किया तथा केसीसी कार्ड का वितरण भी किया गया है। श्री वर्मा ने पैक्स की लाभ प्रदायी व्यवसायी गतिविधियों में जिला सहकारी बैंकों से सम्बद्ध पैक्स में ई-वालेट के माध्यम से बिजली बिल जमा कराये जाने के कार्य का शुभारंभ किया। श्री वर्मा ने सहकारिता सप्ताह के समापन दिवस पर पी0सी0यू0 द्वारा प्रकाशित सहकारिता मासिक पत्रिका के विशेषांक का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर यू0पी0सी0बी0 के अध्यक्ष श्री तेजवीर सिंह ने वित्तीय समावेशन तथा सहकारिता के माध्यम से डिजिटलीकरण एवं सोशल मीडिया पर अपने विचार व्यक्त किये। श्री सिंह ने कहा कि उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक अपनी 27 शाखाओं एवं 50 जिला सहकारी बैकों के 1260 शाखाओं के माध्यम से अपने ग्राहकों को आधुनिक तकनीकी द्वारा अपने स्वयं के आर0टी0जी0एस0/एन0ई0एफ0टी से सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं तथा बैंक द्वारा शीघ्र ही नेट बैकिंग एवं मोबाइल बैंकिंग की सुविधा उपलब्ध कराये जाने की सुविधा है।
इस अवसर पर यू0पी0सी0एल0डी0एफ0 के सभापति श्री बीरेन्द्र तिवारी ने कहा कि यू0पी0सी0बी0 द्वारा बैंक के ग्राहको को अच्छे ढंग से बैंकिग सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होने कहा कि योजनाओं का प्रचार-प्रसार शोसल मीडिया के माध्यम से किया जाये तो बेहतर ढंग से प्रचार-प्रसार हो सकता है।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव, सहकारिता श्री एम0वी0एस0 रामी रेड्डी ने कहा कि सहकारी बैंकों के माध्यम से अल्पकालीन फसली ऋण वितरण के साथ-साथ प्रदेश की चीनी मिलों वित्तपोषण की सुविधा प्रदान की जा रही है तथा शीर्ष बैंक के लीडरशीप में जिला सहकारी बैंकों का कन्सोर्टियम बनाया गया है तथा प्रदेश के 27 जनपदों के 244 पैक्स में मल्टी सर्विस सेन्टर प्रारम्भ करने हेतु नाबार्ड से रू. 46.09 करोड़ की सहायता की सैद्वान्तिक सहमति शीघ्र ही प्राप्त हुयी है तथा शीघ्र ही प्रदेश में पैक्स के माध्यम से विविध जनसुविधा सम्बन्धी योजनाएं प्रारम्भ होने से पैक्स की लाभप्रदत्ता बढ़ेगी। इसी क्रम में नाबार्ड द्वारा विविधीकृत व्यवसायिक योजनाओं के परामर्श हेतु शीर्ष बैंक स्तर पर सहकारी विकास निधि से बी0डी0पी0आई0 सेल बनाये जाने की अपेक्षा की गयी, जिसका गठन भी शीर्ष बैंक स्तर पर किया जा रहा है, इससे सहकारी क्षेत्र में ऋण वितरण हेतु त्वरित एवं प्रभावी मार्गदर्शन उपलब्ध हो सकेगा।
इस अवसर पर यू0पी0सी0बी0 के प्रबन्ध निदेशक श्री भूपेन्द्र कुमार ने विगत वर्षों में उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक के वित्तीय प्रगति त्रिस्तरीय सहकारी साख ढांचे के अन्तर्गत कराये गये तकनीकी अपग्रेडेशन के कार्यों के सम्बन्ध में अवगत कराया तथा यह भी बताया कि बैंक आज अपनी स्थापना के 76 वर्ष पूरे करते हुए सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास कार्यक्रमों में अपना निरन्तर योगदान प्रदान कर रहा है।
गोष्ठी के अन्त में बैंक के महाप्रबन्धक (प्रशासन), श्री आर0बी0 गुप्ता ने गोष्ठी में सम्मिलित हुए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
सभी को कार्य करना चाहिए
सभी लोग आपस में मिलजुल कर कार्य करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी
सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को लाभान्वित किया जा रहा है
उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक कृषकों की आय दोगुनी किये जाने तथा कल्याणकारी योजनाओं के निर्वहन में अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहा है
’’सबका साथ, सबका विकास एवं सबका विश्वास’’ का सफलतम् क्रियान्वयन सहकारिता के माध्यम् से ही पूर्ण हो सकता है
लखनऊ: 20 नवम्बर, 2020
उत्तर प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि सहकारिता का सिद्धांत है सहयोग, जिसको ध्यान में रखकर सभी को कार्य करना चाहिए। सभी लोग आपस में मिलजुल कर कार्य करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी। सहकारी समितियों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर लाभान्वित करने का कार्य किया जा रहा है। कम से कम ब्याज पर कृषकों को ऋण दिया जाये, इसके लिए पूरा प्रयास किया जाना चाहिए।
यह विचार श्री वर्मा ने आज यहां पी.सी.यू. सभागार में उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक के द्वारा 67वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह-2020 के समापन दिवस के अवसर पर ‘‘वित्तीय समावेशन सहकारिता के माध्यम से डिजिटलीकरण और सोशल मीडिया विषयक पर आयोजित गोष्ठी में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष सहकारी सप्ताह का आयोजन किया जाता है, इसकी समीक्षा की जानी चाहिए। इन गोष्ठी में जो विभाग के लिए उपयोगी विचार आते है उस पर अमल भी किया जाना चाहिए।
श्री वर्मा ने बैंक के अल्पकालीन फसली ऋण वितरण के प्रयासों की सराहना करते हुये कहा कि बैंक द्वारा भारत सरकार एवं राज्य सरकार की योजनाआंे के प्राथमिकता के क्रम में कृषकों की आय दोगुनी किये जाने तथा कल्याणकारी योजनाओं के निर्वहन में अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होने ने कहा कि कृषकांें की निकटतम पहुॅच मुख्य रूप से प्रारम्भिक कृषि ऋण सहकारी समितियों (पैक्स) के माध्यम से ही सम्भव है तथा भारत सरकार की नीति ’’सबका साथ, सबका विकास एवं सबका विश्वास’’ का सफलतम् क्रियान्वयन सहकारिता के माध्यम् से ही पूर्ण हो सकता है, जिसके लिये सहकारी बैंकों द्वारा अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है।
सहकारिता मंत्री ने प्रदेश के 06 जिला सहकारी बैंकों यथा-बिजनौर, मेरठ, लखीमपुर-खीरी, मुजफ्फरनगर, रामपुर एवं लखनऊ से सम्बद्ध पैक्स के माध्यम से गन्ना कृषकों की अतिरिक्त वित्तपोषण किये जाने की योजना का शुभारंभ करते हुए सम्बन्धित गन्ना समिति/पैक्स के 10 कृषक सदस्यों को अंगवस्त्र एवं मोमेन्टों देकर सम्मानित किया तथा केसीसी कार्ड का वितरण भी किया गया है। श्री वर्मा ने पैक्स की लाभ प्रदायी व्यवसायी गतिविधियों में जिला सहकारी बैंकों से सम्बद्ध पैक्स में ई-वालेट के माध्यम से बिजली बिल जमा कराये जाने के कार्य का शुभारंभ किया। श्री वर्मा ने सहकारिता सप्ताह के समापन दिवस पर पी0सी0यू0 द्वारा प्रकाशित सहकारिता मासिक पत्रिका के विशेषांक का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर यू0पी0सी0बी0 के अध्यक्ष श्री तेजवीर सिंह ने वित्तीय समावेशन तथा सहकारिता के माध्यम से डिजिटलीकरण एवं सोशल मीडिया पर अपने विचार व्यक्त किये। श्री सिंह ने कहा कि उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक अपनी 27 शाखाओं एवं 50 जिला सहकारी बैकों के 1260 शाखाओं के माध्यम से अपने ग्राहकों को आधुनिक तकनीकी द्वारा अपने स्वयं के आर0टी0जी0एस0/एन0ई0एफ0टी से सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं तथा बैंक द्वारा शीघ्र ही नेट बैकिंग एवं मोबाइल बैंकिंग की सुविधा उपलब्ध कराये जाने की सुविधा है।
इस अवसर पर यू0पी0सी0एल0डी0एफ0 के सभापति श्री बीरेन्द्र तिवारी ने कहा कि यू0पी0सी0बी0 द्वारा बैंक के ग्राहको को अच्छे ढंग से बैंकिग सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होने कहा कि योजनाओं का प्रचार-प्रसार शोसल मीडिया के माध्यम से किया जाये तो बेहतर ढंग से प्रचार-प्रसार हो सकता है।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव, सहकारिता श्री एम0वी0एस0 रामी रेड्डी ने कहा कि सहकारी बैंकों के माध्यम से अल्पकालीन फसली ऋण वितरण के साथ-साथ प्रदेश की चीनी मिलों वित्तपोषण की सुविधा प्रदान की जा रही है तथा शीर्ष बैंक के लीडरशीप में जिला सहकारी बैंकों का कन्सोर्टियम बनाया गया है तथा प्रदेश के 27 जनपदों के 244 पैक्स में मल्टी सर्विस सेन्टर प्रारम्भ करने हेतु नाबार्ड से रू. 46.09 करोड़ की सहायता की सैद्वान्तिक सहमति शीघ्र ही प्राप्त हुयी है तथा शीघ्र ही प्रदेश में पैक्स के माध्यम से विविध जनसुविधा सम्बन्धी योजनाएं प्रारम्भ होने से पैक्स की लाभप्रदत्ता बढ़ेगी। इसी क्रम में नाबार्ड द्वारा विविधीकृत व्यवसायिक योजनाओं के परामर्श हेतु शीर्ष बैंक स्तर पर सहकारी विकास निधि से बी0डी0पी0आई0 सेल बनाये जाने की अपेक्षा की गयी, जिसका गठन भी शीर्ष बैंक स्तर पर किया जा रहा है, इससे सहकारी क्षेत्र में ऋण वितरण हेतु त्वरित एवं प्रभावी मार्गदर्शन उपलब्ध हो सकेगा।
इस अवसर पर यू0पी0सी0बी0 के प्रबन्ध निदेशक श्री भूपेन्द्र कुमार ने विगत वर्षों में उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक के वित्तीय प्रगति त्रिस्तरीय सहकारी साख ढांचे के अन्तर्गत कराये गये तकनीकी अपग्रेडेशन के कार्यों के सम्बन्ध में अवगत कराया तथा यह भी बताया कि बैंक आज अपनी स्थापना के 76 वर्ष पूरे करते हुए सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास कार्यक्रमों में अपना निरन्तर योगदान प्रदान कर रहा है।
गोष्ठी के अन्त में बैंक के महाप्रबन्धक (प्रशासन), श्री आर0बी0 गुप्ता ने गोष्ठी में सम्मिलित हुए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
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