दीपावली करीब आते ही जनपद मुख्यालय पर जुए की महफिल सज गई है। पेशेवर जुआरी लाखों रुपये दांव पर लगा रहे हैं। पुलिस भी उन्हें शह दे रही है। दीपावली पर शौकीन लोग भी अपने घरों में ताश के पत्ते फेंट रहे हैं।
शहर में जुआ तो हरदम होता है। क्षेत्रीय थाने की पुलिस से सेटिंग कर जुए के अड्डे शहर में चल रहे हैं।
ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने की बजाए पुलिस उल्टे सेटिंग में लगी हुई है। कस्बे में लाखों का जुआ हो रहा है। इन्हें पकडऩे कोई भगीरथ प्रयास नहीं कर रही है।
धन की देवी लक्ष्मी का त्योहार दीपावली को अब पखवाड़े भर शेष रह गया है। इस त्योहार में धन दुगुना करने यानी जुआं में दांव लगाने वालों की संख्या गांवों में अधिक रहती है।जुआ खेलाने वालों का गैंग पूरी तरह से कमर कसकर तैयार हो चुका है। जुआ खेलाने वाले का गैंग सेटिंग कर बेखटके जुआ खिलाना शुरू कर दिए हैं।
सेटिंग होने से पुलिस फड़ में छापामार कार्रवाई नहीं करती।
थाना प्रभारियों को तमाचा तब लगता है जब अधिकारियों ने स्पेशल टीम भेजकर फड़ में छापामार कार्रवाई कराती है।
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