राज्य सरकार मूल्य समर्थन योजना के तहत
किसानों से धान की सीधी खरीद करने के लिए गम्भीर: मुख्यमंत्री

धान खरीद में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी

पिछले वर्ष की अपेक्षा अब तक डेढ़ गुना अधिक
धान क्रय किया जा चुका है, इसके बावजूद किसानों के व्यापक
हितों को देखते हुए खरीद प्रक्रिया में और तेजी लाने की आवश्यकता

4200 केन्द्र स्थापित, आवश्यकता हो तो अतिरिक्त क्रय केन्द्र स्थापित करें

किसानों को 72 घण्टे के अन्दर उनकी उपज का भुगतान हर हाल में कर दिया जाए

धान क्रय प्रक्रिया की गहन माॅनीटरिंग करने के निर्देश,
कृषि उत्पादन आयुक्त स्वयं प्रतिदिन समीक्षा करंे

धान खरीद केन्द्रों पर मनमानी नहीं होनी चाहिए

लखनऊ: 26 नवम्बर, 2020

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि राज्य सरकार मूल्य समर्थन योजना के तहत किसानों से धान की सीधी खरीद करने के लिए गम्भीर है। प्रदेश सरकार के लिए किसानों का हित सर्वाेपरि है। इसके दृष्टिगत धान खरीद में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसानों के हितों की अनदेखी करने वालों की जवाबदेही तय करते हुए ऐसे लोगों की खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में धान खरीद व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की अपेक्षा अब तक डेढ़ गुना अधिक धान क्रय किया जा चुका है। इसके बावजूद, किसानों के व्यापक हितों को देखते हुए खरीद प्रक्रिया में और तेजी लाने की आवश्यकता है। एम0एस0पी0 के अन्तर्गत धान क्रय करने के लिए 4200 केन्द्र स्थापित किये गये हैं। उन्होंने निर्देश दिये कि यदि आवश्यकता हो तो और अतिरिक्त क्रय केन्द्र भी स्थापित किये जाए।

मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये कि धान क्रय करने वाली सभी संस्थाएं पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य करें। धान खरीद प्रक्रिया में कतई ढिलाई न बरती जाए। धान खरीद केन्द्रों पर मनमानी नहीं होनी चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि धान क्रय केन्द्र समय से संचालित हों। किसानों को 72 घण्टे के अन्दर उनकी उपज का भुगतान हर हाल में कर दिया जाए। उन्होंने धान क्रय प्रक्रिया की गहन माॅनीटरिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा स्वयं प्रतिदिन समीक्षा की जाए। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मण्डी में आने वाला पूरा धान खरीदा जाए। सहकारिता विभाग द्वारा धान खरीद में तेजी लायी जाए। उन्होंने सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे फील्ड में तैनात अपने अधिकारियों के कार्याें की गहन माॅनीटरिंग करें तथा धान खरीद में ढिलाई बरतनें वाले कर्मियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि खाद्य विभाग द्वारा भी जनपदों में संचालित अपने धान क्रय केन्द्रों की नियमित समीक्षा की जाए। 

  बैठक में कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश सी अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव पंचायती राज एवं ग्राम्य विकास श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन श्री भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री आलोक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।  
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