अंबेडकरनगर। जिले के ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत अधिकारी के पद पर तैनात सरकारी मुलाजिमों द्वारा अवैध धन उगाही किये जाने से ग्रामीणों में व्यापक रुप से अंसतोष व्याप्त हो गया है। बोल-चाल की भाषा में सेक्रेटरी कहे जाने वाले इन कर्मचारियों द्वारा जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र हेतु जरुरतमंदो से हजारों रुपये लिये जाते है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि उक्त कार्य के लिये पहले तो ऑनलाइन आवेदन करने को कहा जाता है फिर अच्छी-खासी धनराशि वसूली जाती है। लगभग सभी ग्राम पंचायत अधिकारी(सेक्रेटरी) अपना-अपना ऑनलाइन कार्यालय ब्लॉक मुख्यालय, तहसील मुख्यालय और जिला मुख्यालय शहर में खोल रखा है। बीते दिनों पत्रकार को दो शिकायत कर्ताओं ने बताया कि उन्होंने जन्म प्रमाण पत्र के लिये अकबरपुर ब्लॉक के गांव अहलादे में नियुक्त पंचायत सेक्रेटरी अभिषेक उपाध्याय को आवेदन पत्र दिया था। काफी लंबी दौड़ दौड़ाने और 250 रुपये नगद लेने के उपरांत सनद प्रदान किया गया था। अहलादे के मिथिलेश कुमार सिंह के पुत्र धैर्यवीर सिंह ने बताया कि जन्म प्रमाण पत्र के लिये अभिषेक उपाध्याय के ऑनलाइन सेंटर पर 250 रुपये लिये गये थे। जब इस संबंध में महानगर मोहल्ले के इनके ऑफिस में तैनात दीपक कुमार नामक निजी कंप्यूटर ऑपरेटर से पत्रकार ने पूछा तो उसने बताया कि कहने के लिये पंचायत सेक्रेटरी अभिषेक उपाध्याय ने ऑनलाइन सेंटर खोला है परंतु यहां कोई भी उपकरण नहीं उपलब्ध है इसलिये जरुरतमंदों के सारे काम (ऑनलाइन, कंप्यूटर इंटरनेट संबंधित) बाहर दुकानों से करवाने पड़ते हैं जहां पैसा देना रहता है इसलिये उसने धैर्यवीर सिंह से जन्म प्रमाण पत्र हेतु 250 रुपये लिया था।
दूसरा प्रकरण अकबरपुर ब्लॉक के तहत आने वाले गांव विश्रामपुर का है जिसमें भगवानदीन पुत्र दुबरी नामक मृतक का मृत्यु प्रमाण पत्र की नकल आवेदक सिद्धू द्वारा पंचायत सेक्रेटरी सुनील दूबे से मांगी गयी थी। यहां बता दें कि भगवानदीन की मृत्यु 01 जुलाई 2020 को हो गयी थी। मृतक के बड़े पुत्र बुद्धीराम द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त किया जा चुका है। मृतक भगवानदीन के दूसरे पुत्र सिद्धू द्वारा उक्त प्रमाण पत्र की दूसरी कॉपी प्राप्त करने के लिये पंचायत सेक्रेटरी सुनील दूबे से अनुरोध किया गया। चार महीने बीत जाने के बाद भी सिद्धू पुत्र दुबरी को सुनील दुबे पंचायत सेक्रेटरी द्वारा भगवानदीन पुत्र दुबरी निवासी ग्राम विश्रामपुर विकास ख्ंड अकबरपुर जनपद अंबेडकरनगर उत्तर प्रदेश को मृत्यु सनद की डुप्लीकेट कॉपी नहीं दी गयी उल्टे तरह-तरह की बातें बताकर उसे उलझा गया और परोक्ष रुप से सुविधा शुल्क की मांग की गयी। इस संबंध में पत्रकार ने विश्रामपुर गांव के ग्राम प्रधान राम यज्ञ यादव से बात किया तो उन्होंने कहा कि 01 जुलाई 2020 को भगवानदीन की मृत्यु हो गयी, ऐसा लिखकर हमने दिया जिसके आधार पर पंचायत सेक्रेटरी सुनील दूबे द्वारा मृतक के बड़े पुत्र बुद्धीराम को सनद दी गयी। मृतक के दूसरे पुत्र को मृत्यु प्रमाण पत्र की डुप्लीकेट कॉपी सुनील दूबे क्यों नहीं दे रहें हैं , यह सोच का विषय है।
पत्रकार ने पंचायत सेक्रेटरी सुनील दूबे से दूरभाषी वार्ता किया था, तो उन्होनें डुप्लीकेट कॉपी दो-एक दिन बाद उपलब्ध कराने को कहा था परंतु पखवारा बीत जाने के बाद भी उन्होंने ऐसा नहीं किया। इस बाबत पत्रकार ने ए0डी0ओ संजय यादव से बात किया उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया था कि आखिर सुनील दुबे ऐसा क्यों कर रहें हैं। उन्होंने कहा था कि जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के निर्माण के लिये सरकार द्वारा किसी प्रकार का शुल्क निधार्रित नहीं किया गया है, इन दोनों सनदों के लिये जररुतमदों से धन उगाही किया जाना और उन्हें दौड़ाया जाना अवश्य ही चिंता का विषय है, ऐसा नहीं किया जाना चाहिये।
चर्चा के अनुसार विश्रामपुर गांव निवासी सिद्धू पुत्र भगवानदीन (मृत्यु प्रमाण पत्र जरुरतमंद) दलित जाति का है, शायद यही कारण है कि सुनील दुबे पंचायत सेक्रेटरी द्वारा तरह-तरह की बातें करके उसे दौड़ाया जा रहा है।
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