लालगंज। लालगंज हलिया मार्ग पर स्थित कोटा घाट पुल की क्षतिग्रस्त पुलिया को तोड़ कर मरम्मत की जा रही है। जिसके चलते दोनों तरफ से आवागमन बाधित है। लोकनिर्माण विभाग ने तीन घंटे बाद पुलिया का लेवल बराबर किया। तब कहीं जाकर आवागमन शुरू हो गया।
साथ ही निर्माणाधीन पुल अंडर कंस्ट्रक्शन के कारण आधा अधूरा बना हुआ है। बिना किसी सूचना के पुल तोड़कर बनाए जाने से सड़क पर चलने वाले यात्रियों की शाम के समय फजीहत हुई। उन्हें हलिया ड्रमंडगंज से मिर्जापुर और हलिया जाना पड़ा। शुक्रवार के सायंकाल पीडब्ल्यूडी विभाग कोटा घाट बेलन नदी के होल पुल को तोड़कर आवागमन बहाल करने के लिए मिट्टी की भराई में जुटी हुई थी। पुल में मिट्टी भरकर सड़क पर चलने वालों के लिए जैसे तैसे आवागमन बहाल करने का कार्य पीडब्ल्यू विभाग ने किया। इस पुल के बगल मं ही निर्माणाधीन पुल अंडर कंस्ट्रक्शन के चलते अभी अधूरा ही है। बता दें कि यह पुल लालगंज हलिया के लिए महत्वपूर्ण है। यदि बरसात हो गई तो मिट्टी की भराई पानी से बह सकती है तो आवागमन बाधित हो जाएगा। बेलन नदी कातेज बहाव होता है। पानी का रेला आने से मिट्टी के बने पुल के बहने की संभावना है। इस सड़क से लालगंज जड़कुड़ मध्य प्रदेश बॉर्डर तक नियमित सैंकड़ो वाहनों का आना जाना लगा रहता है। पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा जिस तरह मिट्टी भराई कर के पुल का आवागमन बहाल किया जा रहा है वह एक तरह से पूरी तरह अस्थायी ही है। पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता एचएम पटेल ने बताया कि अभी तात्कालिक रूप से मिट्टी भराई करके चालू किया जा रहा है। जिससे सड़क पर आने जाने वालों को कठिनाई का सामना न करना पड़े। विभाग ने पुलिया के बीच के चार फीट के हिस्से को हटाकर मरम्मत कार्य शुरू किया है।
साथ ही निर्माणाधीन पुल अंडर कंस्ट्रक्शन के कारण आधा अधूरा बना हुआ है। बिना किसी सूचना के पुल तोड़कर बनाए जाने से सड़क पर चलने वाले यात्रियों की शाम के समय फजीहत हुई। उन्हें हलिया ड्रमंडगंज से मिर्जापुर और हलिया जाना पड़ा। शुक्रवार के सायंकाल पीडब्ल्यूडी विभाग कोटा घाट बेलन नदी के होल पुल को तोड़कर आवागमन बहाल करने के लिए मिट्टी की भराई में जुटी हुई थी। पुल में मिट्टी भरकर सड़क पर चलने वालों के लिए जैसे तैसे आवागमन बहाल करने का कार्य पीडब्ल्यू विभाग ने किया। इस पुल के बगल मं ही निर्माणाधीन पुल अंडर कंस्ट्रक्शन के चलते अभी अधूरा ही है। बता दें कि यह पुल लालगंज हलिया के लिए महत्वपूर्ण है। यदि बरसात हो गई तो मिट्टी की भराई पानी से बह सकती है तो आवागमन बाधित हो जाएगा। बेलन नदी कातेज बहाव होता है। पानी का रेला आने से मिट्टी के बने पुल के बहने की संभावना है। इस सड़क से लालगंज जड़कुड़ मध्य प्रदेश बॉर्डर तक नियमित सैंकड़ो वाहनों का आना जाना लगा रहता है। पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा जिस तरह मिट्टी भराई कर के पुल का आवागमन बहाल किया जा रहा है वह एक तरह से पूरी तरह अस्थायी ही है। पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता एचएम पटेल ने बताया कि अभी तात्कालिक रूप से मिट्टी भराई करके चालू किया जा रहा है। जिससे सड़क पर आने जाने वालों को कठिनाई का सामना न करना पड़े। विभाग ने पुलिया के बीच के चार फीट के हिस्से को हटाकर मरम्मत कार्य शुरू किया है।
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