*चित्रकूट* महंत रामकृष्ण दास जी ने बताया चित्रकूट एक ऐसा धाम हैं अगर किसी भी धाम ना जाये प्राणी तो उसे चित्रकूट के श्री धाम में ही चारो धाम के दर्शन मिल जाते हैं। और वह प्राणी मोक्ष को प्राप्त हो जाता हैं। लोगो की मान्यता है की यह पावन धाम आज भी उन ऋिषि मुनियो से भरा पडा हुआ हैं जो हजारो सालो से यहां की गुफाओ मे तपस्या कर इस धरा को पावन पुनीत कर रहें हैं। 
कहां जाता हैं की यह पर्व भगवान के अयोध्या लौटने के समय अयोध्या नगर वासीयो ने बडीं ही धुमधाम से मनाया था और भी मान्यता हैं लोगो के अपने अपने मत हैं जिस कारण दीप दान कर दीपावली मनाई जाती हैं। दीपावली त्योहार चित्रकूट में भी बडी धूमधाम से मनाई गई चित्रकूट स्थित नांदी के हनुमान मंदिर में कल का दीपदान देखने योग्य था सैकोडो भक्तो नें दीपदान कर माता लक्ष्मी वा गणेश भगवान सें अपनी मनोकामना की। आज गोबर्धन पूजा के शुभ अवसर पर हंनुमान मंदिर में भब्य पूजा वा पाठ का अयोजन कर भगवान गोबर्धन की पूजा की विगत पचास वर्षो की भांति भब्य भण्डारे का आयोजन किया हंनुमान मंदिर के पुजारी महेंद्र दास जी ने बताया की यह भन्डार पचास वर्षो से लगातार चला रहा हैं जो निरन्तर चलता रहेगा। पुजारी महेंद्र दास जी ने यह भी बताया की इस भण्डारे में बारह गांवो मिलकर प्रसाद का प्रतिबन्ध कर यह प्रसाद भक्तो तक पहुचाया जाता हैं इस कार्यक्रम के आयोजक महंत श्री राम कृष्ण दास जी ने समस्त क्षेत्रवासी व भक्तजनों का आभार प्रकट किया और  सहयोग के लिए धन्यवाद दिया
रिपोर्ट
संदीप द्विवेदी

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