प्रयागराज प्रयागराज के गांवों में करोड़ों रुपये के कराए गए विकास कार्यों में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ किसानों ने बिगुल फूंक दिया है। उनकी मांग है कि इस अनियमिता की जांच कराई जाए और दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई कराई जाए। भारतीय किसान यूनियन (भानु) के बैनर तले किसान आंदोलन कर रहे हैैं।
किसानों का आरोप है कि गांवों में शौचालयों के निर्माण में भारी पैमाने पर अनियमितता की गई है। जिनके पास पहले से शौचालय थे और पक्के मकान व लग्जरी कारें हैैं, उन्हें भी शौचालय का लाभ दे दिया गया है जबकि पात्रों को इसका लाभ नहीं दिया गया है। यही नहीं कई गांवों में तो कागजों पर शौचालयों का निर्माण करा दिया गया है। इसके अलावा प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। ढेर सारे अपात्रों का इसका लाभ दे दिया गया है। जिनके पास पक्के मकान हैैं। ट्रैक्टर, ट्रक व जीप और कार हैैं उन्हें भी आवास का लाभ दे दिया गया है।
इसी तरह प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में कायाकल्प योजना के तहत कराए गए कार्यों में भी अनियमितता का आरोप लगाया गया है। खासतौर पर कौधियारा विकास खंड के गांवों में अनियमितता का आरोप लगाया गया है। किसान यूनियन से जुड़े लोगों ने शनिवार को तीसरे दिन खंड विकास अधिकारी कार्यालय के गेट पर धरना दिया।
धरना पर बैठे भारतीय किसान यूनियन भानु के मंडल महासचिव कृष्ण कुमार मिश्र से खंड विकास अधिकारी डॉक्टर कंचन ने एक घंटे वार्ता की, मगर वार्ता बेनतीजा निकली। किसान नेता कृष्ण कुमार मिश्र ने बताया कि जब तक ओडीएफ घोषित किए गए विकास खंड कौंधियारा के गांवों में शौचालयों के निर्माण की जांच एवं भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कराई जाती है, धरना चलता रहेगा। इसके अलावा पात्रों को शौचालय, प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के कायाकल्प में हुए भ्रष्टाचार की जांच एवं कार्रवाई की भी मांग रखी गई है।
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