पहला- चाइना मॉडल, सख्त लॉक डाउन लागू करे और अपने आंकड़ो को बताए ही नही।
दूसरा - अमेरिकी औऱ यूरोपीय मॉडल, लॉक डाउन और सही आंकड़ो को बताए।
तीसरा - अफ्रीकी, पाकिस्तानी मॉडल, कोरोना है ही नही। सब कुछ खुला। जो बीमार वो अपने लेवल पे इलाज करवाए।
इनके अलावा एक और मॉडल है ।जिस पे सरकार विचार कर सकती हैं
Moderate lock down
इसमें सरकार क्या करे, आम जनता के लिए
1.लोग पूरी सावधानी अपनाते हुए अपने रोजमर्रा के काम करे।कोरोनाguideline का पालन करे।
2.मास्क न पहनने वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही।intercepter जैसी गाड़ी तैयार करवाये जिसमे दोनों ओर कैमरा और प्रिंटर हो।जिन्हें मुख्य मार्गो और बाजारों में खड़ा कर जो भी बिना मास्क हो मय फ़ोटो जुर्माना करे।जुर्माना न भरे चालान काट जुर्माना जमा करने को कहे।अगर फिर भी न भरे तो जहाँ वो रहता है उस इलाके के पुलिस थाने को सूचित करें।
3.भीड़ भाड़ को कम करें।अनावश्यक रूप से घुमने वालों पे कार्यवाही।
4.शादी समारोह आदि में 50 - 100 लोगों की सख्ती से पाबंदी।
5.राजनीतिक रैली मीटिंगों पे सख्त रोक।
मरीजो के लिए
1.जो भी मरीज चाहे RT-PCR या HRCT CHEST से पॉजिटिव हो सब को सख़्त होम आइसोलेशन करे।
2.सभी सरकारी और गैर सरकारी CT सेन्टर से HRCT कोरोना पॉजिटिव मरीजो को भी चिन्हित करें।
3.मरीज के साथ ही घर के सभी मेंबर्स को घर से बाहर निकलने की मनाही।केवल डॉक्टर के पास या हॉस्पिटल ही जाने की छूट हो।
4.होम isolate लोगो को अपनी जरूरत के सभी सामान व चीजे मोबाइल द्वारा ही मंगवाई जाए।
6.जिस प्रकार लॉक डाउन में पुलिस और प्रशासन द्वारा सख्ती से होम isolation का पालन करवाया जाए।
7.अगर कोई होम आइसोलेशन के नियमो को तोड़े तो सरकारी आइसोलेशन सेन्टर में शिफ्ट करे।
8.सरकार जो भी मरीज कोरोना
positive हो उसका पूरा नाम और पता समाचार पत्रों के प्रकाशित कर।जिससे आस पड़ोस वालो, रिश्तेदारों लोगो को जानकारी रहे ।और अगर वो लोग प्रोटोकॉल को थोड़े तो प्रशासन को सूचित कर दे।
इस लॉक डाउन में आम इंसान कोरोना guideline का पालन करता घर से निकले तो कोरोना मरीज घर पर रहे। स्वस्थ इंसान सावधानी पूर्वक काम करेगा, तो मरीज घर पे इलाज लेगा। ईमानदारी से रहे तो मरीज भी ठीक होंगे और नए बीमार भी कम होंगे।
बाकि भगवान की मर्जी
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