किसान नही सरकार ने बिगाड़ा है माहौल---संजय कुमार
नये कृषि कानूनों के विरोध में पांचवे दिन ओदारी में प्रदर्शन कर रहे जय किसान आंदोलन के प्रदेश संयोजक संजय कुमार ने केंद्रीय मंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसान अपने लोकतांत्रिक अधिकार के तहत दिल्ली प्रदर्शन करने आ रहे थे किसानों का रास्ता रोकते हुए रास्ते में रोडे,खाई,गड्ढे, पुलिस, आंसूगैस, ठंडा पानी डालकर हरियाणा और केंद्र सरकार ने स्वयं महौल खराब किया है
काले कानून और बिजली अधिनियम 2020 की वापसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी के लिए किसान जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने जा रहे हैं लेकिन सरकार उंहे दिल्ली के बुराडी मैदान में प्रदर्शन करने की अपील की है लेकिन किसान जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने के लिए अड गये हैं और दिल्ली के बाहर राजमार्गों पर अपना डेरा डाल दिया है
26 नवंबर को दिल्ली कूच कर रहे किसानों की गिरफ्तारी व दिल्ली जाने से रोकने के खिलाफ जय किसान आंदोलन ने अमेठी में अनिश्चित कालीन धरना चालू कर दिया है संजय कुमार ने बताया कि पिछले दो महीने से कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर में किसान आंदोलन कर रहे हैं सरकार की चार बार किसान संगठनों से वार्ता हुयी लेकिन सरकार अपने फैसले से रत्तीभर पीछे हटने को तैयार नही है किसानों का कहना है कि चोर दरवाजे से सरकार ने किसानों को खत्म करने के लिए कोरोना काल में ये काले कानून थोपे हैं जो किसानों के साथ आम आदमी की थाली पर भी हमला है आज अगर देशवासी इस बात को नही समझ पाएंगे तो कल पूंजीपति पेट्रोल की तरह जनता की थाली का दाम रात बारह बजे बढाएंगे किसानों और सरकार से चार चरण वार्ता विफल होने के बाद अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के साथ देशभर के पांच सौ से अधिक किसान संगठनों ने 26-27नवंबर को दिल्ली में प्रर्दशन का एलान किया था दिल्ली सरकार ने किसानों को प्रदर्शन की अनुमति नही दी हरियाणा सरकार ने 24 नवंबर से ही किसानों की धरपकड़ चालू कर दी और पंजाब से आने वाली सीमाओं को सील कर दिया है दिल्ली सरकार ने भी दिल्ली को जाने वाली सभी सीमाओं को सील कर दिया 25 नवंबर व 26 नवंबर को हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों पर वाटर कैनन से ठंडा पानी डाला आंसू गैस के गोले दागे,और किसान नेताओं को गिरफ्तार किया है जय किसान आंदोलन सरकार के इस दमनकारी रवैये के विरोध में अमेठी में अनिश्चित कालीन विरोध प्रदर्शन की घोषडा़ की थी किसान नेता का कहना है कि किसानों के राष्ट्रीय आंदोलन में उत्तर प्रदेश के तमाम जिलो में किसान आंदोलन कर रहे हैं राष्ट्रीय किसान आंदोलन के समर्थन में काले कृषि कानूनों के खिलाफ अमेठी में भी अनिश्चित कालीन आंदोलन जारी रहेगा किसानों ने 30 नवंबर को विरोध प्रदर्शन ओदारी चौराहे पर किया आंदोलन में जिलाकमांडर रामलखन,सराय महेशा गांव कमांडर राधेलाल, ओदारी गांव कमांडर जानकी ,गंगाराम,राजकुमार,राजू गूर्जर,हाजी दिलशेर,मोहम्मद रऊफ,जानकी,ऊषा,मालतीआदि लोग शामिल रहे ।
अमेठी रिपोर्ट संतोष त्रिपाठी
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know