खेतों का मृदा की परीक्षण कराकर गन्ना किसानों को मिलेंगे मृदा स्वास्थ्य कार्ड
राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है गन्ना किसान
-संजय आर. भूसरेड्डी
शोध गतिविधियों को बढ़ावा देते हेतु विस्तृत डेवलपमेंट प्लान 30 नवम्बर तक बनाने के निर्देश
लखनऊ: 20 नवम्बर, 2020
उत्तर प्रदेश के आयुक्त चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास, श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया है कि उन्नत गन्ना किस्में और उनका बीज प्रचुर मात्रा में उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है। गन्ना की बेहतर पैदावार सुनिश्चित करने के लिए किसानों के खेतों की मृदा का परीक्षण कराया जा रहा है और गन्ना किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराये जाने की कार्यवाही की जा रही है।
श्री भूसरेड्डी ने बताया कि गन्ना किसानों को रोग व कीट रहित उच्च गुणवत्ता के बीज उपलब्ध कराने को विभाग ने सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इसके साथ ही गन्ना शोध परिषद शाहजहांपुर की निर्देशित किया गया है कि गन्ना की नई किस्मों को किसानों तक त्वरित गति से पहुंचाया जाए और बसंत काल में गन्ने के बीज उत्पादन सहित गन्ने की पौध भी किसानों ने वितरित की जाये, ताकि गन्ना किसान नई किस्मों के माध्यम से उत्पादन बढ़ा सकें।
श्री भूसरेड्डी ने बताया कि गन्ना शोध परिषद के अन्य क्षेत्रीय केन्द्रों सेबरही, मुजफ्फरनगर, गोला, लक्ष्मीपुर, अमहट, कटयासादात पिराइच, सिरसा एवं बलरामपुर आदि पर शोध की गतिविधियों को भी बढ़ाया जाए। उन्होंने परिषद को एक विस्तृत डेवलपमेंट प्लाण्ट 30 नवम्बर तक प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं।
आयुक्त चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास ने बताया कि राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में गन्ना किसान हैं। इसीलिए विभाग की शोध गतिविधियां किसान हितपरक होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि किसानों को उर्वरकों के संतुलित रूप में प्रयोग करने की जानकारी भी प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही अधिक से अधिक किसानों की मृदा का परीक्षण कार्य सुनिश्चित किया गया है, जिससे किसानों को यह मालूम हो सके कि उसके खेत की मृदा में किस तत्व की कमी है, वह उसकी पूर्तिकर उत्पादन में वृद्धि कर सके। उन्होंने यह भी बताया कि गन्ना शोध परिषद शाहजहांपुर को उत्पादित जैव उत्पाद ट्राइकोडर्मा, मेटाराइजियम, बावेरियोबैसियाना, ट्राइकोकार्ड तथा जैव उर्वरक एजोटो बैक्टर, पी.एस.पी. आदि के वृहत स्तर पर उत्पादन हेतु निर्देशित किया गया है।
राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है गन्ना किसान
-संजय आर. भूसरेड्डी
शोध गतिविधियों को बढ़ावा देते हेतु विस्तृत डेवलपमेंट प्लान 30 नवम्बर तक बनाने के निर्देश
लखनऊ: 20 नवम्बर, 2020
उत्तर प्रदेश के आयुक्त चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास, श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया है कि उन्नत गन्ना किस्में और उनका बीज प्रचुर मात्रा में उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है। गन्ना की बेहतर पैदावार सुनिश्चित करने के लिए किसानों के खेतों की मृदा का परीक्षण कराया जा रहा है और गन्ना किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराये जाने की कार्यवाही की जा रही है।
श्री भूसरेड्डी ने बताया कि गन्ना किसानों को रोग व कीट रहित उच्च गुणवत्ता के बीज उपलब्ध कराने को विभाग ने सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इसके साथ ही गन्ना शोध परिषद शाहजहांपुर की निर्देशित किया गया है कि गन्ना की नई किस्मों को किसानों तक त्वरित गति से पहुंचाया जाए और बसंत काल में गन्ने के बीज उत्पादन सहित गन्ने की पौध भी किसानों ने वितरित की जाये, ताकि गन्ना किसान नई किस्मों के माध्यम से उत्पादन बढ़ा सकें।
श्री भूसरेड्डी ने बताया कि गन्ना शोध परिषद के अन्य क्षेत्रीय केन्द्रों सेबरही, मुजफ्फरनगर, गोला, लक्ष्मीपुर, अमहट, कटयासादात पिराइच, सिरसा एवं बलरामपुर आदि पर शोध की गतिविधियों को भी बढ़ाया जाए। उन्होंने परिषद को एक विस्तृत डेवलपमेंट प्लाण्ट 30 नवम्बर तक प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं।
आयुक्त चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास ने बताया कि राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में गन्ना किसान हैं। इसीलिए विभाग की शोध गतिविधियां किसान हितपरक होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि किसानों को उर्वरकों के संतुलित रूप में प्रयोग करने की जानकारी भी प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही अधिक से अधिक किसानों की मृदा का परीक्षण कार्य सुनिश्चित किया गया है, जिससे किसानों को यह मालूम हो सके कि उसके खेत की मृदा में किस तत्व की कमी है, वह उसकी पूर्तिकर उत्पादन में वृद्धि कर सके। उन्होंने यह भी बताया कि गन्ना शोध परिषद शाहजहांपुर को उत्पादित जैव उत्पाद ट्राइकोडर्मा, मेटाराइजियम, बावेरियोबैसियाना, ट्राइकोकार्ड तथा जैव उर्वरक एजोटो बैक्टर, पी.एस.पी. आदि के वृहत स्तर पर उत्पादन हेतु निर्देशित किया गया है।
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