नवजात शिशु देखभाल सप्ताह 2020: 

जनपद बलरामपुर में शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए 15 से 21 नवंबर 2020 तक * नवजात शिशु देखभाल* सप्ताह’ मनाया जा रहा  है। इस अभियान के अंतर्गत *कंगारू मदर केयर* व स्तनपान को बढ़ावा देने तथा बीमार शिशुओं की पहचान कर समुचित इलाज का व्यवस्था किया  जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर डॉ घनश्याम सिंह ने बुधवार को सभी ब्लाकों के चिकित्सा अधिकारियों को नवजात शिशु देखभाल सप्ताह मनाये जाने संबंधी विस्तृत दिशा-निर्देश भेज दिए हैं।अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर डॉ बी पी सिंह  ने बताया कि 15 नवंबर से पूरे जनपद में नवजात शिशु देखभाल सप्ताह मनाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रसव चिकित्सालय में ही कराने व किसी शिशु को 48 घंटे से पहले छुट्टी न देने के लिए कहा गया है।इस दौरान जन समुदाय को शिशुओं की देखभाल की जानकारी दी जाएगी। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ अरुण कुमार ने बताया कि जन्म से एक वर्ष तक के सभी शिशुओं को टीके लगाने के निर्देश दिए गए हैं। यदि कोई आशा टीके लगवाने में लापरवाही करती हैं, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।जिला स्वास्थ शिक्षा अधिकारी अरविन्द मिश्रा ने बताया कि नवजात शिशु देखभाल सप्ताह में जनपद एवं ब्लाक स्तर पर वर्कशॉप, हेल्दी बेबी शो व प्रचार-प्रसार करने के लिए कहा गया है। बच्चों के शुरुआती एक हजार दिन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इस दौरान गर्भवती के खानपान का पूरा ध्यान रखना चाहिए। बच्चे को जन्म के पहले घंटे में मां का दूध अवश्य पिलाएं, क्योंकि यह बच्चे का पहला टीका होता है। (एसआरएस-2018) की रिपोर्ट के मुताबिक  उत्तर प्रदेश में प्रति एक हजार 43 नवजात की मृत्यु होती है। इनमें से तीन चौथाई शिशुओं की मृत्यु जन्म के पहले माह में ही हो जाती है। जन्म के एक घंटे के भीतर स्तनपान और छह माह तक बच्चों को केवल मां का दूध दिए जाने से शिशु मृत्यु दर में 20 से 22 फीसद तक की कमी लाई जा सकती है।
आनन्द मिश्रा 
बलरामपुर 

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