NCR News:पिछले साल जुलाई से सितंबर तिमाही में भारतीय में कच्चे तेल की प्रति बैरल लागत 4,100 से 4,400 रु. के बीच थी, यह अप्रैल-मई में 2,000 रु. प्रति बैरल तक आ गई थी। सितंबर में तेल कंपनियों का शुद्ध मुनाफा तीन गुना बढ़कर 10,951 करोड़ हो गया, वहीं सरकार को टैक्स के रूप में 18,741 करोड़ रुपए अतिरिक्त हासिल हुए। बढ़े टैक्स से सरकार को जहां सितंबर 2020 तिमाही में अतिरिक्त 18,741 करोड़ रुपए की एक्साइज ड्यूटी मिली, वहीं देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल का मुनाफा सितंबर 2019 तिमाही के 563.42 करोड़ रु. से 10 गुना से अधिक बढ़कर 6,227 करोड़ रु. हो गया। पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स के चीफ इकोनॉमिस्ट डॉ. एस पी शर्मा कहते हैं कि इंटरनेशनल लेवल पर अगर क्रूड ऑयल के रेट कम हुए हैं तो इसका फायदा ग्राहकों को मिलना चाहिए।
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