अंबेडकरनगर। वैवाहिक आयोजनों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नये निर्देशों ने वर व वधू पक्ष के साथ ही जिले के करीब 250 बैंड व डीजे संचालकों के चेहरों पर खुशियां बिखेर दी हैं। दूल्हा व दुल्हन पक्ष का उत्साह जहां दोगुना हो गया है, वहीं पुलिस द्वारा परेशान किए जाने के डर से वैवाहिक आयोजनों से दूरी बनाने वाले बैंड व डीजे संचालकों के बीच अब निर्भय होकर आयोजनों में भाग लेने की खुशी देखी जा रही है। मुख्यमंत्री के इस निर्णय का हर तरफ स्वागत होते देखा गया।
लोगों ने कहा कि इसी तरह के निर्णय की जरूरत थी, जिससे खुशियों में खलल भी न पड़े और कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन भी हो जाए। सरकार के नये निर्णय से आगामी दिनों में आयोजित होने वाले लगभग 350 वैवाहिक आयोजनों पर इसका सीधा असर देखने को मिलेगा। इन आयोजनों की अनुमति अब तक प्रशासन द्वारा दी जा चुकी है।गौरतलब है कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए वैवाहिक आयोजनों में 100 व्यक्तियों के शामिल होने की छूट दी गई थी। इसके तहत राज्य में कई जगहों पर व्यक्तियों की संख्या अधिक हो जाने पर उत्पीड़न का भी मामला सामने आया था। बैंड पार्टी व डीजे संचालकों पर भी शिकंजा कसा जाने लगा था। नतीजा यह हुआ कि तमाम वैवाहिक आयोजनों में डीजे पार्टी को बुक ही नहीं किया गया।यही हाल बैंड पार्टी का भी रहा। इसे लेकर कई तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही थी। जरूरी फीडबैक मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फौरन निर्देश जारी कर कहा कि वैवाहिक आयोजनों के लिए अब पुलिस या प्रशासन से अनुमति लेने की जरूरत नहीं है। 100 लोगों की संख्या में बैंड व डीजे पार्टी के सदस्य शामिल नहीं माने जाएंगे। बैंड व डीजे बजाने से रोकने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई।
मुख्यमंत्री का यह निर्देश सामने आते ही वैवाहिक आयोजन से जुड़े नागरिकों व व्यवसाइयों में खुशी की लहर दौड़ गई। सरकार के फरमान का सीधा लाभ जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित लगभग 250 डीजे व बैंड संचालकों को मिला है। उनके चेहरे खुशी से खिल गए हैं। इसके साथ ही आगामी दिनों में आयोजित लगभग 350 वैवाहिक आयोजनों पर भी इसका असर देखने को मिलेगा। ऐसे सभी परिवारों की खुशियां दोगुनी हो चली हैं। रफीगंज निवासी जनार्दन तिवारी ने बताया कि घर में आठ दिसंबर को वैवाहिक आयोजन है।बैंड पार्टी पर रोक हटने से अब विवाह की तैयारियों का उल्लास दोगुना हो गया है। गोविंद गनेशपुर अटिका निवासी कृष्णमोहन तिवारी के पुत्र सुधीर का विवाह नौ दिसंबर को है। सरकार के निर्णय की जानकारी होते ही परिवार में डीजे व बैंड को लेकर चली आ रही आशंका दूर हो गई।
परिजनों ने कहा कि सरकार का यह निर्णय काबिले तारीफ है। इसी तरह विवाह की तैयारी में जुटे कई अन्य परिवारों में भी खुशी का माहौल देखने को मिला। उनका कहना था कि विवाह की जरूरी तैयारियों पर ध्यान देने के बीच शादी की अनुमति लेने के लिए कलेक्ट्रेट का चक्कर लगाने से फुरसत मिलेगी। उधर, बैंड व डीजे संचालकों में भी सरकार के निर्णय से खुशी की लहर देखने को मिली।डीजे व साउंड संचालक अरविंद कुमार ने खुशी का इजहार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का यह निर्णय सराहनीय है। इस निर्णय से पूर्व में जो आर्थिक नुकसान होने वाला था, उससे अब राहत मिलेगी। वैवाहिक आयोजनों की छह बुकिंग निरस्त हो गई थी। सीएम के निर्देश की जानकारी होते ही पहले निरस्त हुई दो बुकिंग आज फिर से मिल गई। डीजे संचालक राधेश्याम ने कहा कि पुलिस कार्रवाई के भय से पहले हुई बुकिंग के रद्द होने का सिलसिला शुरू हो गया था। अब एक बार फिर से बुकिंग शुरू हो गई है।गुरुवार को चार नई बुकिंग हुई। इसमें से एक बुकिंग पहले निरस्त हुई थी, जबकि तीन नए आयोजन के लिए बुकिंग हुई। डीजे संचालक राकेश व साहबे आलम ने कहा कि अब उन्हें किसी प्रकार की मायूसी व भय नहीं है। निर्भय होकर वैवाहिक आयोजन में डीजे का प्रयोग कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने उनके हित को देखते हुए जो निर्णय लिया, वह अत्यंत सराहनीय है।
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