बीमाधारक के खाते से एजेंट ने निकाले 24 लाख रूपए
करनैलगंज (गोंडा)। एक बीमा कंपनी में बीमा के क्लेम का धन खाते में आने के बाद बीमाधारक के खाते से एजेंट ने चेक का दुरुपयोग करते हुए 24 लाख रुपए खाते से निकाल लिए। पीड़ित महिला ने इस संबंध में कोतवाली में तहरीर दी है।
घटना करनैलगंज नगर के मोहल्ला गाड़ी बाजार निवासी महिला आयशा पत्नी अली अहमद के साथ हुई। उसने कोतवाली में दी गई तहरीर में कहा है कि उसके पुत्र नियाज अहमद की मृत्यु हो गई। उसने अपना बीमा मैक्स लाइफ इंश्योरेंस से एजेंट राहुल मिश्रा के माध्यम से कराया था। लड़के की मृत्यु के बाद उसने क्लेम किया और क्लेम करने के बाद बीमा एजेंट ने बैंक में खाता खुलवाने की बात कही।
जब आयशा ने खाता खुलवाने के लिए बीमा एजेंट से संपर्क किया तो बीमा एजेंट ने उसके नाम के चार शब्द एवाईएसए लिखकर कहा कि इसकी प्रैक्टिस करके दो-तीन दिन में हस्ताक्षर बनाना सीख लो और तुम्हारा खाता बैंक में खुल जाएगा। जबकि महिला पढ़ी-लिखी नहीं है। उसके बाद महिला का खाता प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक शाखा चौरी चौराहा में ले जाकर खुलवा दिया और उसके हस्ताक्षर से चेक बुक जारी करा लिया।
एजेंट ने चेक बुक अपने पास ही रख ली। उसके खाते में 17 नवंबर को 28 लाख 15 हजार रुपये बीमा जब प्राप्त हुआ उसके बाद चेक का दुरुपयोग करते हुए 19 नवंबर को एजेंट ने 9 लाख 50 हजार रुपये निकाल लिए। जिसकी जानकारी महिला को नहीं हुई।
खाते में रकम की जानकारी होने पर जब उसने अपना खाता चेक करवाया तो पैसा कम होने पर उसने लोकवाणी के जरिए दस-दस हजार रुपये करके 4 लाख 10 हजार निकाले और पासबुक व चेक बुक एजेंट के पास ही रखे थे। 23 नवंबर को एजेंट ने कन्यावती नाम से चेक भरकर 14 लाख 50 हजार रुपये और निकाल लिए।
महिला का कहना है कि कुल मिलाकर 24 लाख रुपए एजेंट द्वारा उसके चेक का दुरुपयोग करते हुए बैंक से निकाला गया। जबकि चेक पर उसके द्वारा हस्ताक्षर नहीं किया गया था। इतनी बड़ी रकम को बैंक से एजेंट द्वारा बैंक कर्मियों की मिलीभगत से निकाला गया। महिला आयशा ने एजेंट पर धोखाधड़ी करके उसका धन हड़पने का आरोप लगाते हुए कोतवाली में तहरीर दी है। कोतवाल मनीष कुमार जाट कहते हैं कि मामले कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
घटना करनैलगंज नगर के मोहल्ला गाड़ी बाजार निवासी महिला आयशा पत्नी अली अहमद के साथ हुई। उसने कोतवाली में दी गई तहरीर में कहा है कि उसके पुत्र नियाज अहमद की मृत्यु हो गई। उसने अपना बीमा मैक्स लाइफ इंश्योरेंस से एजेंट राहुल मिश्रा के माध्यम से कराया था। लड़के की मृत्यु के बाद उसने क्लेम किया और क्लेम करने के बाद बीमा एजेंट ने बैंक में खाता खुलवाने की बात कही।
जब आयशा ने खाता खुलवाने के लिए बीमा एजेंट से संपर्क किया तो बीमा एजेंट ने उसके नाम के चार शब्द एवाईएसए लिखकर कहा कि इसकी प्रैक्टिस करके दो-तीन दिन में हस्ताक्षर बनाना सीख लो और तुम्हारा खाता बैंक में खुल जाएगा। जबकि महिला पढ़ी-लिखी नहीं है। उसके बाद महिला का खाता प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक शाखा चौरी चौराहा में ले जाकर खुलवा दिया और उसके हस्ताक्षर से चेक बुक जारी करा लिया।
एजेंट ने चेक बुक अपने पास ही रख ली। उसके खाते में 17 नवंबर को 28 लाख 15 हजार रुपये बीमा जब प्राप्त हुआ उसके बाद चेक का दुरुपयोग करते हुए 19 नवंबर को एजेंट ने 9 लाख 50 हजार रुपये निकाल लिए। जिसकी जानकारी महिला को नहीं हुई।
खाते में रकम की जानकारी होने पर जब उसने अपना खाता चेक करवाया तो पैसा कम होने पर उसने लोकवाणी के जरिए दस-दस हजार रुपये करके 4 लाख 10 हजार निकाले और पासबुक व चेक बुक एजेंट के पास ही रखे थे। 23 नवंबर को एजेंट ने कन्यावती नाम से चेक भरकर 14 लाख 50 हजार रुपये और निकाल लिए।
महिला का कहना है कि कुल मिलाकर 24 लाख रुपए एजेंट द्वारा उसके चेक का दुरुपयोग करते हुए बैंक से निकाला गया। जबकि चेक पर उसके द्वारा हस्ताक्षर नहीं किया गया था। इतनी बड़ी रकम को बैंक से एजेंट द्वारा बैंक कर्मियों की मिलीभगत से निकाला गया। महिला आयशा ने एजेंट पर धोखाधड़ी करके उसका धन हड़पने का आरोप लगाते हुए कोतवाली में तहरीर दी है। कोतवाल मनीष कुमार जाट कहते हैं कि मामले कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
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