रिटायर्ड फौजी की तनाव के चलते आकस्मिक निधन 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी 

बेला क्षेत्र के ग्राम झबरा निवासी रिटायर्ड फौजी महिपाल सिंह पुत्र मुरलीधर यादव का तनाव के चलते निधन दो पुत्रो में अपने छोटे पुत्र की मौत हो जाने से तनाव में रहते थे छोटा बेटा ही उनका होनहार बेटा था बताया जाता है कि गाँव में ही कुछ अराजक तत्वों द्वारा बारात से लौटते वक्त झगड़ा के दौरान मारपीट कर दी थी जिससे वह घायल हो गया था और इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया तब देश के हीरो होने के बाद भी उन्हें कोई मदद नहीं मिली तब से लगातार तनाव में चल रहे थे 
लगातार 20 वर्षो तक बिना रुके बिना थके निरंतर हर राह पर देश की सेवा की इन्होंने 1971 में भारत पाक युद्ध में अपनी बुधि कौशल से पाक जैसे गद्दार मुल्क की फौज को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था और पाकिस्तान को हराने में अहम भूमिका निभाई थी उस समय भारत - पाक युद्ध के हीरो थे उसी समय 16 दिसम्बर को बांग्लादेश का जन्म हुआ ये अपने चार भाईयों में दूसरे न के थे बचपन से ही देश सेवा का जुनून था जिसमें इनके तीनों भाईयों ने इनका भरपूर साथ दिया और सेना में भर्ती हुए और देश सेवा में लग गए इनके दो भाई किसान है और सबसे छोटे भाई बलराम सिंह यादव दिल्ली विश्वविद्यालय में Geo Chemical Analyst की सेवाएं दे चुके है वर्तमान में रिटायर्ड होने के बाद भी फ्री में अपनी सेवाएं दे रहे है परिवार में काफी गमगीन माहौल है बताया जाता है शरू से ही इनके स्वभाव से लोग काफी प्रभावित रहते थे मृदुभाषी होने के साथ साथ हर स्तर के लोगों को पसन्द करते थे दिल्ली से आकर छोटे भाई नें परिवार को ढान्ढस बंधाया अन्तिम दर्शन के लिए लोगों में भारी भीड़ थी सभी ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी बेला एवं झबरा वासी बोले फौजी की यादों और कुशल कार्यशैली को हम लोग कभी नहीं भुला पायेंगे उनका जाना हम सबकी अपूर्णणीय झति है

  जे. एस. यादव
ब्यूरो चीफ - औरैया 

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