अंबेडकरनगर। जिले के साढ़े 18 लाख से अधिक आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को नवंबर में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत सिर्फ गेहूं व चना ही मिलेगा। अब तक प्रत्येक व्यक्ति को गेहूं व चावल के साथ ही प्रति राशनकार्ड एक किलो चना दिया जाता था।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत नवंबर माह में अंतिम बार योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोरों को खाद्यान्न मिलेगा। यह अलग बात है कि नवंबर माह में सिर्फ गेहूं ही मिलेगा। बताते चलें कि कोरोना संकट के बीच आर्थिक रूप से कमजोरों को किसी भी प्रकार की मुश्किल न हो, इसके लिए बीते अप्रैल माह से प्रत्येक माह प्रति यूनिट तीन किलो गेहूं व 2 किलो चावल के साथ ही प्रति राशन कार्ड एक किलो चना दिया जाता रहा है। गौरतलब है कि जिले में पात्र गृहस्थी व अन्त्योदय की 18 लाख 52 हजार 95 यूनिट हैं। इसमें पात्र गृहस्थी की 15 लाख 82 लाख 353 यूनिट व अन्त्योदय की 2 लाख 69 हजार 745 यूनिट शामिल हैं। योजना का संबंधित पात्रों को बढ़-चढ़कर लाभ भी मिल रहा है।
योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोरों को निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाता रहा है। बताते चलें कि योजना के तहत नि:शुल्क खाद्यान्न अप्रैल माह से नवंबर माह तक देने की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। ऐसे में नवंबर माह में अंतिम बार योजना के तहत खाद्यान्न पात्रों को मिलेगा। पूर्ति निरीक्षक शैलेंद्र कुमार ने बताया कि योजना के तहत नवंबर माह में चावल नहीं मिलेगा। इसके स्थान पर सिर्फ गेहूं ही मिलेगा। बताया कि नवंबर माह में प्रति यूनिट पांच किलो गेहूं व प्रति राशनकार्ड एक किलो चना दिया जाएगा। खाद्यान्न का वितरण 22 से 30 नवंबर तक किया जाएगा। उधर, जिलापूर्ति अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि योजना के तहत नवंबर माह में अंतिम बार नि:शुल्क खाद्यान्न पात्रों को उपलब्ध कराया जाएगा। इस बार चावल नहीं दिया जाएगा बल्कि इसके स्थान पर प्रति यूनिट पांच किलो गेहूं दिया जाएगा। पूर्व की तरह इस बार भी प्रति राशनकार्ड एक किलो चना दिया जाएगा।
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