यू0पी0पी0सी0एल0 द्वारा कराये जा रहे कार्यों में गुणवत्ता एवं समयबद्धता का हर स्तर पर कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए
निर्माणाधीन परियोजनाओं को समय से पूरा कराया जाए
बजट होने के बावजूद भी निर्माण कार्यों में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों को कारपोरेशन से ब्लैकलिस्ट किया जाए
-डा0 महेन्द्र सिंह
यू0पी0पी0सी0एल0 की समीक्षा बैठक
लखनऊ: 05 नवम्बर, 2020
उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह ने यू0पी0प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लि0 द्वारा कराये जा रहे कार्यों में पूरी गुणवत्ता, समयबद्धता, प्रतिबद्धता एवं पारदर्शिता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि निर्माण कार्यों का हर स्तर पर अनुश्रवण करके गुणवत्ता सुनिश्चित करायी जाए। जो ठेकेदार आवंटित कार्यों को धन होने के बावजूद भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं उनके विरुद्ध कार्यवाही करते हुए कारपोरेशन से ब्लैकलिस्ट किया जाए।
डा0 महेन्द्र सिंह बुधवार को देर रात गोमती नगर बैराज के नजदीक स्थित यू0पी0पी0सी0एल0 के सभागार में कारपोरेशन द्वारा कराये जा रहे कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी महाप्रबन्धक यह सुनिश्चित करें कि उनके अधीनस्थ स्टाफ द्वारा कार्यों का स्थलीय निरीक्षण नियमित रूप से किया जा रहा है तथा निर्माणाधीन कार्यों का फोटोग्राफ्स जोन कार्यालय को उपलब्ध कराये जा रहे हैं अथवा नहीं।
जलशक्ति मंत्री ने निर्देश दिए कि परियोजना प्रबन्धक संबंधित जोन के महाप्रबन्धक को कार्य की प्रगति प्रत्येक दिन रिपोर्ट करें। इसके साथ ही अधीनस्थ इकाइयों की सप्ताह में तथा प्रबन्ध निदेशक पाक्षिक बैठक कर भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की समीक्षा करें। इससे संबंधित फोटोग्राफ्स शासन को भेजना सुनिश्चित करें। इसके अलावा महाप्रबन्धक संबंधित मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी को कार्यों के फोटो उपलब्ध करायें। उन्होंने व्हाट्सअप ग्रुप में कार्यों से संबंधित फोटो भी अपलोड करने के निर्देश दिए।
डा0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि शून्य से 50 प्रतिशत तक के 791 कार्य धन उपलब्धता एवं उपभोग प्रमाण पत्र की प्रेषित स्थिति के अनुसार मार्च 2021 तक पूरे करा लिए जाएं। इसी तरह 50 से 75 प्रतिशत के 319 कार्य फरवरी 2021 तक एवं 75 से 100 प्रतिशत के 475 कार्य माह दिसम्बर 2021 तक पूरा करा लिए जाएं। उन्होंने अपर मुख्य सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन श्री टी0 वेंकटेश को निर्देश दिए कि सिंचाई विभाग के अधिक से अधिक कार्य यू0पी0पी0सी0एल0 को दिया जाए।
प्रबन्ध निदेशक श्री नवीन कपूर ने जलशक्ति मंत्री के समक्ष कारपोरेशन द्वारा कराये जा रहे 2980 कार्यों का विस्तार से ब्यौरा पेश किया, जिसमें से 1387 कार्य पूरे हो चुके हैं और इसमें से 661 कार्य हस्तान्तरित हो चुके हैं। अहस्तान्तरित परियोजना की संख्या 726 है एवं कारपोरेशन में 1585 परियोजनाएं प्रगति के विभिन्न चरणों में हैं। श्री कपूर ने जलशक्ति मंत्री को भरोसा दिलाया कि निर्माणाधीन योजनाओं में समयबद्धता का पालन करते हुए जल्दी से जल्दी पूरा कराये जाने का प्रयास किया जाएगा।
अपर मुख्य सचिव सिंचाई श्री टी0 वेंकटेश ने निर्माणाधीन योजनाओं के बारे में ठोस सुझाव दिए और उन्होंने मा0 मंत्री जी को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का अक्षरशः पालन कराया जाएगा।
समीक्षा बैठक में सचिव सिंचाई श्री अनिल गर्ग, विशेष सचिव सिंचाई श्री मुस्ताक अहमद, सीजीएम श्री गोपाल मिश्र तथा अन्य जोनल महाप्रबन्धक उपस्थित थे।
निर्माणाधीन परियोजनाओं को समय से पूरा कराया जाए
बजट होने के बावजूद भी निर्माण कार्यों में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों को कारपोरेशन से ब्लैकलिस्ट किया जाए
-डा0 महेन्द्र सिंह
यू0पी0पी0सी0एल0 की समीक्षा बैठक
लखनऊ: 05 नवम्बर, 2020
उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह ने यू0पी0प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लि0 द्वारा कराये जा रहे कार्यों में पूरी गुणवत्ता, समयबद्धता, प्रतिबद्धता एवं पारदर्शिता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि निर्माण कार्यों का हर स्तर पर अनुश्रवण करके गुणवत्ता सुनिश्चित करायी जाए। जो ठेकेदार आवंटित कार्यों को धन होने के बावजूद भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं उनके विरुद्ध कार्यवाही करते हुए कारपोरेशन से ब्लैकलिस्ट किया जाए।
डा0 महेन्द्र सिंह बुधवार को देर रात गोमती नगर बैराज के नजदीक स्थित यू0पी0पी0सी0एल0 के सभागार में कारपोरेशन द्वारा कराये जा रहे कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी महाप्रबन्धक यह सुनिश्चित करें कि उनके अधीनस्थ स्टाफ द्वारा कार्यों का स्थलीय निरीक्षण नियमित रूप से किया जा रहा है तथा निर्माणाधीन कार्यों का फोटोग्राफ्स जोन कार्यालय को उपलब्ध कराये जा रहे हैं अथवा नहीं।
जलशक्ति मंत्री ने निर्देश दिए कि परियोजना प्रबन्धक संबंधित जोन के महाप्रबन्धक को कार्य की प्रगति प्रत्येक दिन रिपोर्ट करें। इसके साथ ही अधीनस्थ इकाइयों की सप्ताह में तथा प्रबन्ध निदेशक पाक्षिक बैठक कर भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की समीक्षा करें। इससे संबंधित फोटोग्राफ्स शासन को भेजना सुनिश्चित करें। इसके अलावा महाप्रबन्धक संबंधित मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी को कार्यों के फोटो उपलब्ध करायें। उन्होंने व्हाट्सअप ग्रुप में कार्यों से संबंधित फोटो भी अपलोड करने के निर्देश दिए।
डा0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि शून्य से 50 प्रतिशत तक के 791 कार्य धन उपलब्धता एवं उपभोग प्रमाण पत्र की प्रेषित स्थिति के अनुसार मार्च 2021 तक पूरे करा लिए जाएं। इसी तरह 50 से 75 प्रतिशत के 319 कार्य फरवरी 2021 तक एवं 75 से 100 प्रतिशत के 475 कार्य माह दिसम्बर 2021 तक पूरा करा लिए जाएं। उन्होंने अपर मुख्य सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन श्री टी0 वेंकटेश को निर्देश दिए कि सिंचाई विभाग के अधिक से अधिक कार्य यू0पी0पी0सी0एल0 को दिया जाए।
प्रबन्ध निदेशक श्री नवीन कपूर ने जलशक्ति मंत्री के समक्ष कारपोरेशन द्वारा कराये जा रहे 2980 कार्यों का विस्तार से ब्यौरा पेश किया, जिसमें से 1387 कार्य पूरे हो चुके हैं और इसमें से 661 कार्य हस्तान्तरित हो चुके हैं। अहस्तान्तरित परियोजना की संख्या 726 है एवं कारपोरेशन में 1585 परियोजनाएं प्रगति के विभिन्न चरणों में हैं। श्री कपूर ने जलशक्ति मंत्री को भरोसा दिलाया कि निर्माणाधीन योजनाओं में समयबद्धता का पालन करते हुए जल्दी से जल्दी पूरा कराये जाने का प्रयास किया जाएगा।
अपर मुख्य सचिव सिंचाई श्री टी0 वेंकटेश ने निर्माणाधीन योजनाओं के बारे में ठोस सुझाव दिए और उन्होंने मा0 मंत्री जी को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का अक्षरशः पालन कराया जाएगा।
समीक्षा बैठक में सचिव सिंचाई श्री अनिल गर्ग, विशेष सचिव सिंचाई श्री मुस्ताक अहमद, सीजीएम श्री गोपाल मिश्र तथा अन्य जोनल महाप्रबन्धक उपस्थित थे।
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