नोएडा/ संवाददाता। कोरोना वायरस संक्रमण के बीच दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद में सोमवार से 12वीं तक स्कूल खुल गए, लेकिन अनुपस्थिति बेहद कम रही। माना जा रहा है कि छात्र-छात्राओं की संख्या में इससे अधिक का इजाफा शायद ही हो, क्योंकि कोरोना के प्रति माता-पिता में भय का आलम है। बता दें कि लाकडाउन के बाद से बंद चल रहे स्कूल सोमवार को खुले। प्रथम चरण में सरकार ने कक्षा नौ से 12 तक के स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया है। कक्षा में 50 फीसद छात्रों की उपस्थिति के साथ ऑफलाइन पढ़ाई होगी।
कुछ स्कूल ऐसे भी हैं, जो अभी आफलाइन पढ़ाई नहीं शुरू कराएंगे। सरकार के आदेश के बाद से स्कूलों ने गाइड लाइन के तहत तैयारियां शुरू कर दी थीं। नियम के तहत आफलाइन कक्षा में उन्हीं छात्रों की उपस्थिति होगी, जिनके परिजन लिखित अनुमति देंगे। अनुमति लेने के लिए स्कूलों ने अभिभावकों से संपर्क शुरू कर दिया था। सीबीएसई के मुकाबले यूपी बोर्ड के स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के परिजन ने अनुमति अधिक दी है। कुछ स्कूलों में साठ से 70 फीसद तक परिजन ने अनुमति दे दी है। अन्य में बीस से तीस फीसद तक ही अभिभावकों की अनुमति मिली है।
दिल्ली पब्लिक, जेपी इंटरनेशनल सहित कुछ अन्य स्कूल सोमवार से नहीं खुलेंगे। स्कूल अभी ऑनलाइन पढ़ाई ही कराएंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक नीरज पांडे के द्वारा टीम का गठन किया गया है। उनके नेतृत्व में टीम के सदस्य स्कूलों में पहुंचकर व्यवस्था को देखेंगे। नियम के तहत स्कूल बस में भी पचास फीसद छात्र ही बैठेंगे। कम छात्रों के कारण बस का खर्च निकलना मुश्किल होगा। ऐसे में ज्यादातर स्कूल प्रबंधन छात्रों को बस की सुविधा उपलब्ध नहीं कराएंगे।
इन नियमों का पालन का किया जा रहा पालन
कक्षा में 50 फीसद छात्रों की होगी उपस्थिति बिना मास्क नहीं मिलेगा कक्षा में प्रवेश अध्यापक व स्टाफ को मास्क लगाना होगा अनिवार्य बिना अभिभावक की अनुमति छात्र को नहीं मिलेगा प्रवेश नियमित अंतराल पर कक्षा को कराना होगा सैनिटाइज आफलाइन के साथ ही आनलाइन पढ़ाई भी रहेगी जारी स्कूल में यदि दो गेट हैं तो दोनों से होगा प्रवेश थर्मल स्क्रीनिंग से जांच के बाद ही मिलेगा प्रवेश छात्र को बुखार या जुकाम होने पर उपचार के बाद ही भेजा जाएगा घर स्कूल वाहन को भी करना होगा सैनिटाइज
हिन्दी संवाद के लिए श्री अभिषेक शर्मा की रिपोर्ट
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