लखनऊ: 18 अक्टूबर, 2020
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पंचायतों, नगर निकायों की महिला जनप्रतिनिधियों, शिक्षा विभाग की अध्यापिकाओं से ‘मिशन शक्ति’ के अन्तर्गत महिलाओं/बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के लिए संचालित किए जा रहे जागरुकता अभियान में सहयोग करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि बदलते दौर में एक बार फिर ‘गांव की बेटी सबकी बेटी’ के भाव को जगाने की जरूरत है। यह हमारी संस्कृति और संस्कार हैं। गांव से लेकर महानगरों तक इसकी गूंज होनी चाहिए। मुख्यमंत्री जी ने कहा है महिला सुरक्षा व सम्मान को सुनिश्चित करने के साथ-साथ स्वावलंबन के लिए केंद्र व राज्य सरकार सतत प्रयास कर रही है, इसमें पूर्ण सफलता महिलाओं के सहयोग और जागरूकता से ही मिल सकेगी।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर ‘मिशन शक्ति’ अभियान के अन्तर्गत पंचायतों व नगर निकायों की महिला जनप्रतिनिधियों व शिक्षिकाओं से वर्चुअल संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस वर्चुअल संवाद से 01 लाख से अधिक महिला जनप्रतिनिधि, शिक्षिकाएं आदि जुड़ी थीं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने जनपद बस्ती, बलिया, बाराबंकी, बिजनौर की महिला जनप्रतिनिधियों से संवाद स्थापित किया। उन्होंने जनपद बस्ती नगरपालिका परिषद की अध्यक्ष श्रीमती रूपम मिश्रा, महिला ग्राम प्रधान सुश्री वर्षा सिंह, जनपद बलिया की ग्राम प्रधान श्रीमती श्रुति सिंह, जनपद बाराबंकी की महिला ग्राम प्रधान श्रीमती प्रकाशिनी जायसवाल, सुश्री महज़बीं, जनपद बिजनौर की महिला ग्राम प्रधान श्रीमती संजूरानी से संवाद किया। उन्होंने महिला जनप्रतिनिधियों से उनके द्वारा अपने क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के सम्बन्ध में कराए गए कार्याें के विषय में जानकारी प्राप्त की।
महिला जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि उनके द्वारा अपने क्षेत्र में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण, स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं, बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से लाभान्वित कराने आदि के कार्य कराए गए हैं। श्रीमती श्रुति सिंह ने मुख्यमंत्री जी से हेल्पलाइन नम्बर ‘1090’, ‘112’ आदि में पूर्वान्चल, बुन्देलखण्ड आदि की क्षेत्रीय भाषा के उपयोग की सुविधा का अनुरोध किया, जिससे इन इलाकों के निवासियों को हेल्पलाइन नम्बर्स से सहायता प्राप्त करने में सुविधा हो। सुश्री महज़बीं ने बताया कि उनके द्वारा पंचायत क्षेत्र में महिलाओं की बैठक कर उन्हें अपने लड़कों को महिलाओं और बालिकाओं के प्रति सम्मानपूर्ण व्यवहार करने की सीख देने के लिए काउन्सिलिंग की जाती है।
मुख्यमंत्री जी ने महिला जनप्रतिनिधियों के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि महिला जनप्रतिनिधि प्रगतिशील और सकारात्मक सोच के साथ कार्य कर रही हैं। शासन द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं को जरूरतमंदों तक पहुंचाने का प्रयास किया जाता है। जागरूक जनप्रतिनिधियों के माध्यम से योजनाओं को जनता तक अधिक प्रभावी ढंग से पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि महिला जनप्रतिनिधिगण समाज की नींव को मजबूत करने का कार्य कर रही हैं। समाज की नींव सशक्त होने से राष्ट्र सुदृढ़ होता है।
‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन के दृष्टिगत अनेक कार्यक्रम संचालित किए हैं। महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन के लिए संचालित भारत सरकार के कार्यक्रमों को राज्य सरकार द्वारा प्रभावी ढंग से लागू किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन के माध्यम से स्वच्छता की स्थिति अच्छी हुई है। साथ ही, महिलाओं की सुरक्षा तथा नारी गरिमा की रक्षा भी सम्भव हुई है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता से प्रदेश में स्वास्थ्य की स्थिति बेहतर हुई है। स्वच्छ भारत मिशन के परिणामस्वरूप पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस का प्रकोप नियंत्रित हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, सौभाग्य योजना आदि को प्रदेश में प्रभावी ढंग से लागू किया गया है। इन योजनाओं के फलस्वरूप महिलाओं का सशक्तीकरण हुआ है। उन्होंने कहा कि समाज में बेटी और बेटे के प्रति भेदभाव न बरतने के लिए व्यापक रूप से जागरूकता की आवश्यकता है। राज्य सरकार ने इस दिशा में कदम उठाते हुए स्कूल चलो अभियान संचालित किया। इससे बड़ी संख्या में बेटियों को शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिला है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में 06 जनपदों में लिंगानुपात में विषमता अधिक थी। इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार द्वारा मुखबिर योजना संचालित की गई। इसके फलस्वरूप कन्या भ्रूण हत्या पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सका है। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या पर अंकुश लगाने के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना भी संचालित की जा रही है। इसके अन्तर्गत बालिका के जन्म से स्नातक स्तर तक शिक्षा के दौरान विभिन्न चरणों में आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जाती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए स्नातक तक निःशुल्क शिक्षा, निराश्रित महिलाओं को पेंशन, महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से पोषाहार व राशन वितरण का कार्य कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शारदीय नवरात्र से ‘मिशन शक्ति’ कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया है। शारदीय नवरात्र का पर्व माँ भगवती के प्रति श्रद्धालुओं की सनातन आस्था को सुदृढ़ करता है। शारदीय नवरात्र के द्वितीय दिवस पर उनके द्वारा महिला जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ‘मिशन शक्ति’ कार्यक्रम को अलग-अलग विभागों द्वारा कार्ययोजना बनाकर संचालित किया जा रहा है। ‘मिशन शक्ति’ के प्रभावी संचालन के लिए मुख्य सचिव द्वारा इसकी मासिक समीक्षा की जाए। जिलाधिकारी द्वारा साप्ताहिक तथा सभी विभागों द्वारा मिशन के क्रियान्वयन की प्रतिदिन समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि ‘मिशन शक्ति’ के पहले चरण में जागरूकता सम्बन्धी कार्यक्रम संचालित कराए जा रहे हैं। दूसरे चरण में कानूनी कार्यवाही करने के साथ ही, महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन सम्बन्धी योजनाओं में भ्रष्टाचार में लिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध कार्यवाही भी की जाएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘1090’, ‘181’, ‘1076’ और ‘112’ जैसे जनोपयोगी हेल्पलाइन नम्बरों का प्रचार-प्रसार किए जाने की आवश्यकता है। सभी महिलाओं एवं बच्चों को इन नम्बरों की जानकारी होनी चाहिए। उन्हें यह जानकारी भी होनी चाहिए कि किस समस्या पर कौन से हेल्पलाइन नम्बर पर सहायता मांगी जानी है। उन्होंने कहा कि इसके दृष्टिगत सभी पंचायतों और नगर निकायों में हेल्पलाइन नम्बरों का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सभी 1535 थानों में महिला हेल्पडेस्क की स्थापना करायी जा रही है। हेल्पडेस्क पर एक महिला काॅन्सटेबल की तैनाती की जाएगी। साथ ही, महिलाओं के बैठने की व्यवस्था, पानी पीने की व्यवस्था भी होगी। इस स्थान पर सी0सी0 टी0वी0 कैमरा भी लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि लगभग 350 तहसीलों में भी इसकी व्यवस्था की जा रही है। इससे महिलाएं अपनी समस्याएं निःसंकोच रख सकेंगी और उन पर समयबद्ध कार्यवाही भी की जा सकेगी।
इससे पूर्व, अपर मुख्य सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल ने बताया कि ‘मिशन शक्ति’ के दूसरे दिन मुख्यमंत्री जी द्वारा पंचायतों, नगर निकायों की महिला जनप्रतिनिधियों, शिक्षा विभाग की महिला अध्यापकों से संवाद किया जा रहा है। एन0आई0सी0 तथा विभिन्न वर्चुअल प्लेटफाॅर्म के माध्यम से बड़ी संख्या में महिला जनप्रतिनिधिगण व महिला शिक्षकगण कार्यक्रम से जुड़े हुए हैं।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, प्रमुख सचिव पंचायती राज श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव नगर विकास श्री दीपक कुमार, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री का ‘मिशन शक्ति’ अभियान के अन्तर्गत पंचायतों व
नगर निकायों की महिला जनप्रतिनिधियों व शिक्षिकाओं से वर्चुअल संवाद
महिला जनप्रतिनिधियों, अध्यापिकाओं से ‘मिशन शक्ति’ के अन्तर्गत
महिलाओं/बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के लिए संचालित
किए जा रहे जागरुकता अभियान में सहयोग करने का आह्वान
बदलते दौर में एक बार फिर ‘गांव की बेटी सबकी बेटी’
के भाव को जगाने की जरूरत: मुख्यमंत्री
महिला सुरक्षा व सम्मान को सुनिश्चित करने के साथ-साथ
स्वावलंबन के लिए केंद्र व राज्य सरकार सतत प्रयास कर रही
मुख्यमंत्री ने जनपद बस्ती, बलिया, बाराबंकी,
बिजनौर की महिला जनप्रतिनिधियों से संवाद किया
महिला जनप्रतिनिधियों से उनके द्वारा अपने क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान
व स्वावलम्बन के सम्बन्ध में कराए गए कार्याें के विषय में जानकारी प्राप्त की
महिला जनप्रतिनिधि प्रगतिशील और सकारात्मक सोच के साथ कार्य कर रहीं
महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन के लिए संचालित
भारत सरकार के कार्यक्रमों को राज्य सरकार ने प्रभावी ढंग से लागू किया
स्वच्छ भारत मिशन के परिणामस्वरूप पूर्वी उ0प्र0 में इंसेफेलाइटिस का प्रकोप नियंत्रित हुआ
प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री मातृ
वंदन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, सौभाग्य योजना आदि
के फलस्वरूप महिलाओं का सशक्तीकरण हुआ
समाज में बेटी और बेटे के प्रति भेदभाव न बरतने
के लिए व्यापक रूप से जागरूकता की आवश्यकता
‘मिशन शक्ति’ के प्रभावी संचालन के लिए मुख्य सचिव द्वारा मासिक,
जिलाधिकारी द्वारा साप्ताहिक, सम्बन्धित विभागों द्वारा प्रतिदिन समीक्षा की जाए
सभी पंचायतों और नगर निकायों में हेल्पलाइन
नम्बरों का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराया जाए
वर्चुअल संवाद से 01 लाख से अधिक महिला जनप्रतिनिधि, शिक्षिकाएं जुड़ीं
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