ग्रेटर नोएडा : प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। आने वाले दिनों में समस्या और भी ज्यादा विकराल हो सकती है। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के साथ मौसम पर नजर रखने वाली संस्थाओं ने इसके संकेत दे दिए हैं। दूसरी तरफ बढ़ते प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए अधिकारी अभी भी केवल अर्थदंड की कार्रवाई तक सिमटे हुए हैं। जिले में प्रशासन अभी तक किसानों को पराली जलाने से रोकने में कामयाब रहा। एक भी स्थान पर पराली जलाने का मामला सामने नहीं आया है, लेकिन औद्योगिक इकाइयों के बीच खाली जमीन पर कूड़े के ढेर में रोजाना आग सुलगती नजर आ रही है। ऐसा कोई दिन नहीं जब कूड़े के ढेर में आग लगने की सूचना पर प्रशासनिक अमला न दौड़ रहा हो। एंटी स्माग गन से बढ़ते प्रदूषण को रोकने की तैयारी
बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं। निर्माणाधीन साइट पर पानी का छिड़काव किए जाने के साथ साइट पर एंटी स्माग गन लगाने के निर्देश दिए गए हैं, हालांकि इक्का-दुक्का बिल्डर परियोजना को छोड़ दिया जाए, तो अभी एंटी स्माग गन लगाने के आदेश की बिल्डर अवहेलना कर रहे हैं। औद्योगिक क्षेत्र में भी 20 हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में किसी भी प्रकार के निर्माण के दौरान एंटी स्माग गन लगाना जरूरी कर दिया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बिल्डरों को जल्द से जल्द ऐसी गन खरीदने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। अधिकारियों की टीम कर रही है निरीक्षण
ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू होने के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ाने वाली सभी गतिविधियों की निगरानी की जा रही है। बिल्डरों पर लगातार कार्रवाई भी की जा रही है। बावजूद इसके प्रदूषण के कारकों पर विराम नहीं लग पा रहा है। हवा में प्रदूषण का जहर लगातार घुलता जा रहा है। दमा रोगियों के साथ अस्पतालों में आंखों के रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है। मरीज आंखों में जलन की शिकायत कर रहे हैं। बिसरख स्थित सीएचसी केंद्र प्रभारी सचिद्र मिश्रा के मुताबिक अस्पताल में रोजाना आंखों में जलन के करीब 20 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। इन स्थानों पर उड़ रहे धूल के गुबार
ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित 130 मीटर सड़क पर एक मूर्ति गोलचक्कर, किसान चौक, शाहबेरी मार्ग, अरिहंत सोसायटी, पंचशील ग्रींस समेत ईकोविलेज- एक सोसायटी वर्जन..
-प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सभी बिल्डरों को एंटी स्माग गन मशीन लगाने के निर्देश दिए हैं। इक्का दुक्का बिल्डर परियोजना को छोड़ दिया जाए तो कहीं पर भी एंटी गन मशीन नहीं लगी है। पानी के छिड़काव कार्य में भी औपचारिकता पूरी की जा रही है।
-सुमित बैसोया, ला रेजिडेंसिया सोसायटी प्रदूषण का स्तर बढ़ाने वाली गतिविधियों की निगरानी व अर्थदंड की कार्रवाई कर अधिकारी इतिश्री कर रहे हैं। प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
-आलोक, पंचशील ग्रींस सोसायटी
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