उतरौला । राज्य सभा में दलित समाज के बेटे को भेजने का बसपा अध्यक्ष बहन मायावती जी के निर्णय को सपा हजम नहीं कर पा रही थी। इसलिए उसने बसपा विधायकों को तोडने का प्रयास किया है। उक्त आरोप बसपा सांसद श्रावस्ती ने उतरौला में आयोजित बसपा कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि राज्य सभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी को निर्विरोध निर्वाचन होने का मार्ग बहन मायावती जी ने प्रशस्त कर दिया है जबकि सपा प्रत्याशी को किसी दूसरे पार्टी का समर्थन नहीं मिल रहा है। उन्होंने केन्द्र सरकार के द्बारा सांसद निधि बंद किये जाने की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने संसद में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा था कि सांसद का वेतन भले ही बंद कर दिया जावे लेकिन क्षेत्र के विकास के लिए बनाए गए सांसद निधि को बंद न किया जाए लेकिन इस पर सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने क्षेत्र के विकास को ठप होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इससे गरीब दिन प्रतिदिन गरीब होता जा रहा है। सरकार के विकास के वादों पर कहा कि क्षोपडी वालों को पक्के मकान नहीं मिल सके। बेरोजगार युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। थानो में खुले आम रिश्र्वत ली जा रही है। भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। मंडल कोर्डिनेटर राम प्रताप वर्मा ने कहा कि संगठन को मजबूत करने में सभी लोगों को जुट जाना चाहिए जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में बसपा को जिता कर बहन मायावती जी को मुख्यमंत्री बनाना है। बसपा जिलाध्यक्ष लाल चन्द्र कोरी ने संगठन को मजबूत करने के प्रयास की रुपरेखा प्रस्तुत की। सम्मेलन को रोशन लाल,राम सुमिरन, अनिल कुमार,राम सिंह, राजमती,धर्मनाथ,राज कुमार वर्मा, अर्जुन भारती,हरी राम बौद्ध सहित तमाम नेताओं ने सम्बोधित किया।

असगर अली 
उतरौला 

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