नोएडा : कोरोना काल में सोमवार को जब पहली बार स्कूल खुले, तो सरकारी स्कूलों में अच्छी संख्या में विद्यार्थी पहुंचे। इस दौरान श्री कृष्ण इंटर कालेज गढ़ी चौखंडी में विद्यार्थी स्कूल पहुंचे, तो उनकी कक्षाएं संचालित करने के बजाय बच्चों को वापस घर भेज दिया गया। ऐसे में बच्चे निराश होकर घर जाने को मजबूर हो गए, जबकि स्कूल प्रबंधन के मुताबिक कक्षा 9 से 12वीं तक के करीब एक हजार छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। इसमें से मुश्किल से 15 बच्चों के अभिभावकों ने ही अनुमतिपत्र प्रदान किए थे।
कक्षा 11वीं के छात्र हिमांशु कुमार ने बताया कि उनके माता-पिता ने 15 दिन पहले ही स्कूल आकर अनुमति पत्र दिया था। स्कूल खुलने की जानकारी मिलने पर वह सोमवार को जब स्कूल पहुंचे, तो उन्हें गेट से ही यह कहकर वापस भेज दिया गया कि अभी स्कूल नहीं खुला है। जब कक्षा चलेंगी, तो बुलाया जाएगा। वह बताते हैं कि लाकडाउन की अवधि से ही आनलाइन कक्षा तो चलती थी, लेकिन इंटरनेट समस्या के कारण वह उसमें शामिल नहीं हो पा रहे थे। इसी तरह कक्षा 11वीं के छात्र मनीष कुमार ने बताया कि वह स्कूल खुलने पर जैसे ही स्कूल पहुंचे, तो उन्हें बिना कोई जानकारी दिए ही वापस भेज दिया गया। वह बहलोलपुर में रहते हैं और उनके माता -पिता ने पहले ही स्कूल को अनुमति पत्र जमा कर चुके थे।
इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ.नीरज कुमार पाण्डेय ने बताया कि स्कूल द्वारा लापरवाही बरतने का मामला सामने आने पर विद्यालय से स्पष्टीकरण मांगा गया है। साथ ही चेतावनी भी दी गई है। उन्होंने बताया कि सुबह की शिफ्ट में पहुंचे वाले छात्रों की कक्षा दूसरी शिफ्ट में संचालित होनी थी, लेकिन इस बीच छात्रों को सही जानकारी देना स्कूल की जिम्मेदारी है, जिससे बच्चों को परेशानी न हो।
हिन्दी संवाद के लिए श्री अभिषेक शर्मा की रिपोर्ट
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