मुख्यमंत्री ने वाराणसी में निर्माणाधीन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया

50.17 करोड़ रु0 लागत से निर्माणाधीन आशापुर आर0ओ0बी0 एवं 
जापानी पद्धति से निर्माणाधीन रुद्राक्ष कन्वेंशन सेण्टर का स्थलीय 
निरीक्षण कर कार्य में और गति लाने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने काशी के कोतवाल कालभैरव एवं विश्व के 
नाथ देवाधिदेव महादेव श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर में दर्शन-पूजन किया

श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर कॉरिडोर के कार्यों की प्रगति का स्थलीय निरीक्षण किया

मुख्यमंत्री ने कॉरिडोर निर्माण कार्य में तेजी लाते हुए प्रत्येक 
दशा में अगले वर्ष अगस्त माह तक पूरा कराए जाने के निर्देश दिए

मंदिर चैक, मुमुक्षु भवन, सिटी म्यूजियम, वाराणसी 
गैलरी सहित कई निर्माण कार्यों के सम्बन्ध में जानकारी ली

मुख्यमंत्री ने मां गंगा को प्रणाम किया

सभी कार्य समय पर गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरे किए जाएं

सभी मन्दिरों सहित पुरानी धरोहरों को संरक्षित करने के निर्देश

लखनऊ: 31 अक्टूबर, 2020

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज वाराणसी में निर्माणाधीन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने 50.17 करोड़ रुपए लागत से निर्माणाधीन आशापुर आर0ओ0बी0 एवं जापानी पद्धति से निर्माणाधीन रुद्राक्ष कन्वेंशन सेण्टर का स्थलीय निरीक्षण कर कार्य में और गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने आर0ओ0बी0 के साथ अच्छी गुणवत्ता की उपयोगी सर्विस लेन बनाए जाने के भी निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री जी को अधिकारियों ने अवगत कराया कि रुद्राक्ष कन्वेंशन सेण्टर इसी वर्ष के अन्त तक पूर्ण हो जाएगा, जिसका रख-रखाव नगर निगम करेगा। यह काशी आने वाले पर्यटकों के लिए एक विश्वस्तरीय टेक्नोलॉजी की दर्शनीय भवन होगा। आशापुरा आर0ओ0बी0 पर तेजी से कार्य चल रहा है। इसका कार्य भी अगले 4 माह में पूर्ण हो जाएगा। इसमें वाराणसी के गाजीपुर की तरफ के प्रवेश द्वार पर बड़ी सुविधा हो जाएगी। इसके पास सारनाथ क्षेत्र है, जहां बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री जी ने काशी के कोतवाल कालभैरव एवं विश्व के नाथ देवाधिदेव महादेव श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर में दर्शन-पूजन किया। श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर में दर्शन-पूजन के पूर्व, उन्होंने निर्माणाधीन श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर कॉरिडोर के कार्यों की प्रगति का भी स्थलीय निरीक्षण एवं समीक्षा की तथा इसमें और तेजी लाते हुए कॉरिडोर निर्माण कार्य को प्रत्येक दशा में अगले वर्ष अगस्त माह तक पूरा कराए जाने के निर्देश दिए।
पूजन के पश्चात मुख्यमंत्री जी शनि मंदिर अक्षय वट हनुमान मंदिर होते हुए ज्ञानवापी मंडप पहुंचे। मंदिर परिसर के चारों ओर हो रहे निर्माण कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने रानी भवानी उत्तरी प्रवेश द्वार पर चुनार के लाल बलुआ पत्थरों को तराश कर बनाए जा रहे नए प्रदक्षिणा मार्ग और भव्य प्रवेश द्वार के डिजाइन को देखा। पत्थरों को तराशी गई नक्काशी का भी अवलोकन किया।
इसके बाद मुख्यमंत्री श्री काशी विश्वनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्यों को देखने के लिए गंगा तट तक गए तथा मंदिर चैक, मुमुक्षु भवन, सिटी म्यूजियम, वाराणसी गैलरी सहित कई निर्माण कार्यों के सम्बन्ध में जानकारी ली। इस दौरान मण्डलायुक्त ने बताया कि भवनों का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। बारिश के पश्चात जेट्टी का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
इसके पश्चात, मुख्यमंत्री जी मणिकर्णिका घाट पर बने रैंप से होते हुए मणिकर्णिका घाट, जलासेन और ललिता घाट पर गए। उन्होंने जेट्टी के निर्माण कार्य के बारे जानकारी ली। मुख्यमंत्री जी ने मां गंगा को प्रणाम करते हुए आचमन किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी कार्य समय पर गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरे किए जाएं। इस दौरान मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि जलासेन घाट पर बने पुराने निर्माण को संरक्षित किया जाएगा। साथ ही गोयनका लाइब्रेरी को भी संरक्षण करने की योजना बनाई गई है। मुख्यमंत्री जी ने सभी मन्दिरों सहित पुरानी धरोहरों को संरक्षित करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 नीलकंठ तिवारी, स्टाम्प एवं न्यायालय शुल्क, पंजीयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रविन्द्र जायसवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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