बलरामपुर डेस्क /प्रदेश का तराई से सटा जनपद बलरामपुर जो एक ऐतिहासिक धरोहरों से संपन्न जिला है। जिसने ना केवल पूर्व प्रधान मन्त्री अटलबिहारी वाजपेयी जैसे कद्दावर नेता को राजनीतिक हार व जीत का स्वाद दिया बल्कि नानाजी देशमुख जैसे विश्वप्रसिद्ध समाजसेवी को भी अपना नाम दिया । यहां विश्व की सर्वविदित शक्तिपीठ आदिशक्ति मां पटेश्वरी देवी पाटन वाली माता का पिण्ड तुलसीपुर तहसील मे स्थित जो विश्व के सनातनी लोगों का पौराणिक तीर्थ स्थल है । साथ ही बलरामपुर से मात्र तीन किलोमीटर उत्तर दिशा मे स्थित विजलेश्वरी माता का प्राचीन शक्तिपीठ भी स्थित है । जिसे बिजलीपुर वाली माता के नाम से प्रसिद्धि प्राप्त है । यहाँ वैसे तो पूरे साल शादी विवाह मुंडन ,गोद भराई , भंडारे , कीर्तन जगराते सहित अनेकों शुभ कार्य होते ही रहते हैं विशेष तौर पर दोनों नवरात्रि पर वृहद मेले व धार्मिक आयोजन होते रहते हैं ।
लेकिन इस साल कोविड के चलते भीड़ बहुत कम जुटने के आसार हैं ।
यहाँ जनपद मण्डल ही नही देश के विभिन्न हिस्सों और विदेश से भी भारी तादात मे शक्ति के उपासक और माता भक्त हर नवरात्रि मे यहाँ आते हैं ।तुलसीपुर का मां पाटेश्वरी मन्दिर भी गोरखनाथ मन्दिर ट्रस्ट गोरखपुर के अधीन संचालित है । जिसके संरक्षक यू पी के सीएम योगी आदित्यनाथ जी महराज स्वयं है ।
शारदीय नवरात्रि मे इस साल विगत वर्षों की तुलना मे कम भीड़ देखी जा रही है । फिलहाल आज से शुरू हुए पावन नवरात्रि मे भक्तों मे फिर भी काफी उत्साह देखा जा रहा है इन दोनों मन्दिर परिसर मे कोविड बचाव के जरूरी उपाय अपनाए जा रहे हैं ।
मन्दिर प्रशासन लोगों को कोरोना के बचाव के लिए लगातार जागरूकता चला रहा है और दर्शन के लिए आपसी दूरी बनाए रखने के लिए लोगों को बराबर निर्देशित करते हुए सख्ती अपना रहा है ।
उमेश चन्द्र तिवारी
बलरामपुर
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