थाना उमरी बेगमगंज के अन्तर्गत बहादुरपुर के समीप सरयू नदी मे स्नान कराने के बहाने बुलाकर साथ लेकर गये उसके मित्रो पर हत्या करने का आरोप लगा रहे है मृतक के पिता!
मामला पूरा है थाना तरबगंज के ग्राम गौहानी के(झालिहियनपुरवा) निवासी अर्जुन कुमार तिवारी वर्तमान कैशियर इण्डियन बैंक शाखा तरबगंज से है जहाँ पर वह कैशियर पद पर कार्यरत है, उनके बड़े पुत्र अंकुर भी उसी बैंक की शाखा से सम्बंधित ग्राहक सेवा केंद्र का संचालक था !
उक्त प्रकरण अंकुर तिवारी के मित्र
अमित तथा अमित के मेलीमददगार राजन,रणविजय,राजू , साजिश के तहत एक राय होकर अंकुर की हत्या की है, इस की आशंका जाहिर की है, अर्जुन कुमार तिवारी ने ,इसमे पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध है क्योकि अंकुर के पिता का कहना है कि मेरा बेटा ग्राहक सेवा केंद्र से दो अक्टूबर दस बजे के बाद हमे बता कर कि हमे अमित बुला रहे बार- बार फोन कर रहे उनसे मिलकर थोडी देर मे आ रहा हूं
जबकि थाना उमरीबेगमगंज के एस •एच •ओ•रतन पाण्डेय कुछ अलग ही बता लिख रहे है कि अंकुर के एक अक्टूबर की शाम को ही गुमशुदा होने की तहरीर दी थी जबकि उस दिन उस तारीख को पिता अपने तैनाती स्थल तरबगंज की शाखा पर करीब शाम छह बजे तक बैंक पर रहे है, उस तारीख को अंकुर अपने ग्राहक सेवा केंद्र पर ग्राहको के साथ लेन-देन बैकिंग समय तक किया था,
जबकि अंकुर के साथ साजिश के तहत अमित ने दो अक्टूबर कि सुबह करीब दस बजे बुलाकर ले गये थे ,
उसका शव चार अक्टूबर को सरयू नदी के ढेमवा घाट के पास से मिली थी,
इन सब के दरमियान अंकुर के पिता अर्जुन कुमार तिवारी अपने बड़े पुत्र के साथ अनहोनी की बात को सोच-सोच कर मानसिक रूप से अस्वस्थ परेशान थे, उसी बीच थाना अध्यक्ष ने एक सादा कागज देकर यह कहा कि आप इस पर हस्ताक्षर कर दे हमे गोताखोर, नाव,मोटर वोट आदि की व्यवस्था करनी है, उसी सादे कागज पर मनगढ़ंत तहरीर बनाकर दर्ज कर लिया है यह आरोप पुलिस के ऊपर अर्जुन कुमार तिवारी व उनके परिवार के सदस्यो द्वारा लगाया जा रहा जो लोग उस समय वहाँ मौजूद रहे थे,
अंकुर के पिता का के अनुसार हमारा लडका सुबह करीब दस बजे बताकर गया था तथा हमे दो अक्टूबर को दोपहर चार बजे के करीब अंकुर के डूबने की सूचना मिली थी, तब उसी के बाद ही हमने अपने परिवार व रिस्तेदारो के साथ-साथ पुलिस को
सूचना दी थी,घटना दो अक्टूबर को हुई थी उसी दिन ही हमने थाना अध्यक्ष उमरीबेगमगंज को बताया था, जबकि थाना अध्यक्ष द्वारा मुझ से लिये गये सादे पेपर्स पर हस्ताक्षर वाले कागज पर एक कहानी साजिश कर्ता के साथ मिलकर साजिशन लिख डाली है,
घटना के दिन वह (दो अक्टूबर) सुबह के दस बजे के बाद जब वह गया था, और चार अक्टूबर को उसका शव मिला है, बुलाकर ले जाने वाले हत्या करने वाले अमित के साथ मिलकर साजिश करने वालो को पुलिस अभी तक कोई भी पूछताछ नही कर रही है ,
प्रार्थी ने उक्त प्रकरण की जांच की मांग करते हुए हत्या करने वाले आरोपियो के खिलाफ साजिश हत्या का मुकादम दर्ज कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई ककी माँग की है ।
पीड़ित के परिजन ने इस घटना से संबंधित प्रार्थना पत्र उप पुलिस महानिरीक्षक देवीपाटन मण्डल गोण्डा, पुलिस अधीक्षक गोण्डा, सहित मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश,शासन के कई अधिकारियो सहित शासन के अधिकारियों को देते हुए न्याय की गुहार लगाई । साथ ही पीड़ित के पिता ने न्याय ना मिलने पर कप्तान कार्यालय पर परिजनों के साथ घेराव भी करने की बात कहीं है ।
अरविंद कुमार पाण्डेय
गोण्डा
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