कोई भी व्यक्ति या तो उससे शादी करता है जिससे वह प्यार करता है या फिर उससे जिसे उसके परिवार के लोग चुनते हैं।
प्रेम विवाह हमेशा से ही लोगों की उत्सुकता का विषय रहा है. इसका नाम सुनकर ही अविवाहित लड़का-लड़की के मन मे अनेक खयाल घूमने लगते हैं. शादी के उम्र तक पहुंचा इंसान इसके बारे में सोचता है. कहते हैं प्यार-मोहब्बत की कोई उम्र नहीं होती और ये भी सच है कि आज वक़्त काफी बदल गया है. विचारों की स्वतंतत्रा ने इंसान को काफी आगे पहुंचा दिया है. आज के दौर पर अधिकतर लोग अपना जीवन-साथी खुद चुनना पसंद करते है. वैसे ये एक अलग बात हो चुकी है कि सफल वैवाहिक जीवन के लिए शादी चाहे लव marriage हो या फिर arrange, इसका ज्यादा प्रभाव नहीं रहता, ना ही शादी की प्रमाणिकता को love या arrange के माध्यम से जाना जा सकता है. दोनों ही बराबर के स्तर पर है. लेकिन फिर भी आज हर इंसान चाहता है कि वो किसी को अपना जीवन साथी बनाने से पहले उसे अच्छे से जान-पहचान ले, आखिरकार सवाल पूरी ज़िंदगी साथ रहने का जो होता है
उत्सव
एवं
कोमल
हिन्दी संवाद के लिए श्री अभिषेक शर्मा की रिपोर्ट
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