*गोंडा। थाना परसपुर (पसका) में एसिड अटैक पीड़ितों को नियमानुसार क्षति पूर्ति दिलाए जाने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। यह जानकारी जिलाधिकारी डॉ नितिन बंसल ने दी है, पीड़िता को रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष के तहत ₹500000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी, जिलाधिकारी ने बताया है कि यह सहायता मुख्य पीड़िता को मिलेगी अन्य पीड़ितों के ऊपर अपराध कारित पाए जाने पर उन्हें भी सहायता दी जाएगी।*
*यूपी, गोंडा*
उत्तर प्रदेश के गोंडा में तीन दलित बहनों पर एसिड फेंकने की घटना से सनसनी फैल गई।
तीनों बहनें नाबालिग हैं, और उनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। घटना सोमवार रात गोंडा जिले के पसका गांव में हुई। डीआईजी समेत सभी आला अफसर मौके पर पहुंचे,
पुलिस टीम ने घटनास्थल को सील करते हुए फारेसिंक टीम और डाग स्कवायड को लगाया है।
लड़कियों की मां की ओर से दी गई तहरीर में बच्चियों पर तेजाब फेंके जाने का जिक्र करते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है। पिता ने बताया कि तेजाब फेंका गया है। पिता के मुताबिक घटना के कारणों की जानकारी नहीं है। पिता ने बताया कि उसकी किसी से कोई दुश्मनी भी नही हैं। यह वारदात उस वक्त अंजाम दी गई जब माता-पिता नीचे के कमरे में सो रहे थे और बड़ी बेटी अपनी छोटी बहनों के साथ छत पर बने एक कमरे में सो रही थी। परिजनों के अनुसार रात दो ढाई बजे के करीब चीख चिल्लाहट की आवाज पर जानकारी हुई।
बताया जाता है कि कोई सीढ़ी लगा कर चढ़ा और घटना अंजाम दी।
हालांकि एसपी केमिकल की बात कह रहे हैं लेकिन डीआईजी का कहना है कि जांच के बाद पता लगेगा फेंकी गया पदार्थ तेजाब है या अन्य कोई केमिकल। फिलहाल पसका गांव छावनी में तब्दील हो गया है।
वहीं जिला अस्पताल में भर्ती बच्चियों से मिलने को लेकर भाजपा, कांग्रेस और बसपा के नेता पहुंचे हैं। भाजपा जिला अध्यक्ष को मिलने देने और अन्य को रोके जाने पर विपक्षी दलों के नेताओं से कहासुनी भी हुई है। गांव में डीआईजी डा0 राकेश सिंह, डीएम डा नीतिन बंसल और एसपी शैलेश पांडेय ने भी जांच पड़ताल की।
अरविन्द कुमार पाण्डेय
गोण्डा
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