उतरौला (बलरामपुर)
समायोजन रद् होने के बाद अवसाद में चल रहे शिक्षा क्षेत्र गैड़ास बुजुर्ग के प्राथमिक विद्यालय इटईरामपुर में तैनात शिक्षामित्र उमाशंकर यादव का शुक्रवार को देहांत हो गया ।
परिवार समेत शिक्षामित्र,शिक्षक व अनुदेशक समुदाय अत्यंत दुखी है ।
शिक्षामित्र हामिद अली चौधरी ने बताया कि परिवार में कमाने वाला एक ही शख्स था। अल्प मानदेय में परिवार का भरण पोषण करने के जद्दोजहद में तनावग्रस्त हो गया था।समायोजन रद्द होने एवं परिवार के भरण-पोषण की चिंता उसे खाए जा रही थी। कहा मृतक शिक्षामित्र की कमी तो पूरा नहीं किया जा सकता लेकिन हम सभी शिक्षामित्र चाहें तो थोड़े से आर्थिक सहयोग से परिवार के दुख को जरूर बांटा जा सकता है। जनपद के सभी शिक्षामित्रों से मृतक के परिवार को आर्थिक सहयोग करने की अपील की।
आज्ञाराम यादव ने कहा कि शिक्षामित्रों की ऐसी नौकरी है कि उसके न रहने के बाद सरकार द्वारा एक भी रुपए की मदद नहीं की जाती ।
राजेश कुमार वर्मा ने शिक्षामित्रों के जीवन दुर्घटना बीमा कराने के लिए सरकार से मांग की है।
अखिलेश यादव, राजेश कुमार दूबे।,विकास कुमार ,दिलीप कुमार, वैभव शुक्ला, धनीराम, मगन कुमार वर्मा ,राकेश कुमार वर्मा , रवीन्द्र प्रसाद वर्मा, नंदकुमार, रमजान अली, अमित कुमार श्रीवास्तव, आनंद कुमार यादव, नागेश कुमार यादव आदि ने मृतक शिक्षा मित्र के घर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त किया।
परिजनों ने बताया गया है कि समायोजन रद्द होने के बाद से शिक्षामित्र अवसाद की स्थिति में जिंदगी जी रहा था।
पारिवार के आर्थिक हालात काफी कमजोर हो गए थे। मानदेय के पैसों से जीवन यापन करना मुहाल हो गया था। आर्थिक हालात खराब होने के चलते शिक्षामित्र उमाशंकर यादव अपने परिवार के जीविकोपार्जन के लिए शिक्षण कार्य के साथ रात में चौकीदारी का काम तलाश रहे थे। चार बेटियां दो बेटे एवं विधवा हुई पत्नी का इकलौता सहारा चला जाने से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
असगर अली
उतरौला
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