//वन्य प्राणी सप्ताह के तहत लोगों को वन्य जीवों के व्यवहार व उनसे सुरक्षित रहने के बारे में जागरूक किया गया। विशाल मैरेज हाल में आयोजित गोष्ठी में वन्य जीवों के आचरण के बारे में बताते हुए वन क्षेत्राधिकारी विनायक सिंह सेंगर ने कहा कि घटते जंगल व प्राकृतिक संपदाओं के कारण जंगली पशु भोजन-पानी की तलाश में आबादी वाले क्षेत्रों में आ जाते हैं। सभी जंगली पशु आक्रामक नहीं होते लेकिन जब उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर खतरा होता है तब वे हमलावर हो जाते हैं। पर्यावरण संरक्षण की एक प्रमुख कड़ी के रूप में वन्य जीव जाने जाते हैं इसलिए इनकी सुरक्षा व संवर्धन हम सबकी जिम्मेदारी है। खुले में शौच जाने से बचने, जंगली इलाकों में आने जाने के लिए वाहन की व्यवस्था रखने व घरों के आसपास प्रकाश की समुचित व्यवस्था रखने से जंगली पशुओं से सुरक्षित रहा जा सकता है। वरिष्ठ लिपिक जहूर अहमद ने कहा कि फसलों व बागों की रक्षा वन्य प्राणियों से करना आवश्यक है। इसके लिए खेतों की ओर जाते समय समूह में रहें, हांका लगाएं या तेज ध्वनि वाले डिब्बे, टीन का प्रयोग करें। वन दारोगा गौरव सिंह, रमेश तिवारी, वन रक्षक केसरी प्रसाद समेत सिराज सिद्दीकी, रमेश जायसवाल, कल्लू शाह मौजूद रहे।
उतरौला से
पत्रकार
असगर अली
की रिपोर्ट
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