संवाददाता राधेश्याम गुप्ता
रेहरा बाजार- वन रेंज रेहरा बाज़ार कार्यालय परिसर में वन क्षेत्रधिकारी मुहम्मद इकबाल के संयोजन में सोमवार को वन्य जंतु प्राणी सप्ताह मनाया गया।जिसमें वन्य जंतु के महत्व व प्लास्टिक से होने वाली हानियों के बारे में जानकारी दी गई।जानकारी किए जाने पर वन क्षेत्रधिकारी मुहम्मद इकबाल ने कहा कि वन्यजीवों के बिना मनुष्य का कोई अस्तित्व ही न रह जाएगा।प्रकृति से जो भी प्राप्त हो रहा है चाहे वह जीव हो या पेड़-पौधे हो सभी एक दूसरे से जुड़े हुए है।आज यदि वृक्ष है तो ही मानव और प्राणियों का जीवन सम्भव है।मानव हस्तक्षेप के द्वारा आज लगभग 41 हजार से भी अधिक जीवों की प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गई हैं।उनका जीवन संकट में पड़ने लगा है।उनके न रहने से हमारा जीवन भी संकट में पड़ जाएगा।प्रकृति का सारा सन्तुलन बिगड़ जाएगा।विलुप्त हो रहे पशु पक्षी,पेड़-पौधों की प्रजातियों से प्रकति का सन्तुलन बिगड़ा तो मानव जीवन अस्त-व्यक्त हो जाएगा।तब मानव के पास केवल पछतावा होगा।इस दौरान प्रभात कुमार यादव ने कहा कि यदि अब भी हमारी आँखें खुल गई तो हम जैव विविधता के हो रहे ह्रास को दूर कर सकते है।हम जीव-जंतु और वनस्पतियों की रक्षा को अपना परम कर्तव्य मानकर आगे बढ़ें।तभी विकास कर पायेगें प्रत्येक मानव को जीवों की रक्षा करना एक कर्तव्य के रूप में अपने जीवन में उतारना होगा।वही कार्यक्रम में अनूप शुक्ल ने भी संबोधित किया और कहा कि मानव को मानव जीवन मिल जाने से उसके सारे कार्य पूंर्ण नहीं हो जाते।वह यह जाने की उसे मानव जीवन इसलिए दिया गया है।कि वह इस धरातल पर आकर अपने जीवन कर्तव्यों के साथ ही साथ,अन्य मानव,जीव-जंतु,पशु -पक्षी,पेड़-पौधों की रक्षा करे।तभी उसके जीवन का अतित्व है।इस अवसर पर उमापाल सिंह,रघुनन्दन सिंह,आनन्द सिंह,रामदेव,अनिल,अखिलेश पाँडेय,बब्लू,श्याम जी वर्मा,राजकुमार गुप्ता,नंद कुमार,राधे श्याम,राम मोहन,राम कृपाल आदि मौजूद रहे।
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