बहराइच तहसील महसी ब्लाक तेजवापुर के ग्राम पंचायत पट्टीराम गढ़ी में
समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्टॉफ की मनमानी और अव्यवस्थाओं के कारण आम जन को प्राथमिक चिकित्सा से मरहूम रहना पड़ रहा है । और क्षेत्र के मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टर, फार्मेसिस्ट कोई भी समय पर नहीं आते। सबसे बड़ी बात तो ये है कि डॉक्टर साहब तो यहां कभी आते ही नही ।यहां तैनात फार्मेसिस्टअक्सर 2:00 बजे 3:00 बजे तक आकर ड्यूटी बजा जाते हैं ।
यहां केवल एक फार्मेसिस्ट एक स्वीपर और एक ही एएनम तैनात है । इनके अनुसार आने जाने के लिए ना कोई रास्ता है ना ही सही से खड़ंजा। रास्ता भी बहुत उबड़ खाबड़ है । यहीं नही यहां कोई एंबुलेंस व्यवस्था भी नही है । एक महिला एवं बबीता कुमारी रात में हॉस्पिटल में रहती हैं । उनका कहना है कि रात में डिलीवरी के समय कभी कभार साथ में शराबियों के आ जाने से दिक्कतें बढ़ जाति हैं । यहां तैनात महिलाएं रात्रि ड्यूटी पर काफी सहमी रहती हैं । महिलाओं के अनुसार नौकरी है तो मजबूरी में काम करना ही है । यहां किसी भी प्राथमिक सुविधा की वेवस्था नही है । अक्सर यहां रहने वाली कर्मी अपने पैसे से पंखा लाइट बल्ब लगवा करके किसी तरह डिलीवरी कराती है । उनका कहना है कि प्रशासन तथा सरकार की तरफ से कोई गार्ड तैनात कर दिया जाए जिससे कि कोई अनहोनी से बचा जा सके। मरीजों को आने जाने के लिए एंबुलेंस सेवा भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अति आवश्यक है । कभी-कभी समस्या ऐसी भी आ जाती है सीरियस मरीज होने के कारण संसाधन ना मिल पाने की वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ।
वही ग्राम पंचायत के लोगों का कहना है कि सड़क की मरम्मत काफी समय से नही हुआ है जिससे दिक्कतें हो रही हैं । लेकिन स्वास्थ्य विभाग महकमा इस हॉस्पिटल की तरफ ध्यान नहीं दे रहा है । जिससे क्षेत्र की गरीब जनता को 20 से 25 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय के डिस्टिक हॉस्पिटल जाने को मजबूर होना पड़ता है । किसी तरह पहुंचते हैं । कई बार रास्ते में ही मरीजों की जान चली जाति है । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉक्टर यदि समय से अस्पताल मे आना शुरू कर दें । तो डिस्टिक हॉस्पिटल में इतनी भीड़ ना लगे । यहीं नही दवा व उपकरण की कमी के कारण एएनएम को डिलीवरी कराने मे भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है । फार्मेसिस्ट ऐसे हैं कि अपने खुद के बनाए हुए नियमों पर ही आते जाते हैं । कभी 12:00 बजे अभी 2:00 बजे अभी 1:00 बजे उसके बाद 7:08 बजे रात तक रहते हैं । केवल बवीता कुमारी अकेली ही रहतीं हैं। स्थानीय लोगों ने जिम्मेदारों से दखल देते हुए समस्या के निराकरण कि माँग की है ।
आर के यादव
पत्रकार
बहराइच की रिपोर्ट
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