उतरौला (बलरामपुर) इस सत्र अच्छी बारिश से धान की उपज देख किसान जितना खुश हो रहे थे । उसे बेचने के लिए इन दिनों उतना ही दुखी नजर आ रहे हैं।प्रशासनिक खामियों की वजह से उनके खुशी पर ग्रहण लग रही है।किसानों को फुटकर दुकानों पर अपने धान की फसल को औने पौने दामों पर बेचने पर विवश होना पड़ रहा हैं।
     इस समस्या की बानगी प्राइवेट बाड़ों पर देखने को मिल रही है। जहां पर किसान अपने उपज के साथ धान क्रय केंद्रों का चक्कर लगाने वाले किसानों का धैर्य अब जवाब दे रहा है। नगदी की संकट से जूझ रहे किसान धान की खरीद शुरू न होने के कारण अपनी मेहनत व गाढ़ी कमाई से पैदा की गयी धान की फसल को औने पौने दामों पर फुटकर व्यवसायियों के यहां बेचना शुरू कर दिए हैं।खेत खाली हो जाने पर आलू, लाही, सरसों की बुआई करनी है खाद, बीज जुताई बुआई के लिए पैसे की जरूरत है क्रय केंद्र पर अभी धान खरीदा नहीं जा रहा है ऐसे में किसानों को अपनी उपज  को बिचौलियों के हाथों औने पौने दामों पर बेचने की मजबूरी हो गई है।इस संबंध में उपजिलाधिकारी अरुण कुमार गौड़ ने बताया कि जल्द ही क्रय केंद्र शुरू होने की संभावना है।


तहसील रिपोर्टर 
असगर अली 
की रिपोर्ट 

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