दिल्ली का कालकाजी मंदिर कोरोना के कारण नवरात्रि के दिनों में भी बंद रहेगा. नवरात्रि में आने वाली भक्तों की भीड़ के मद्देनजर मंदिर बंद करने का फैसला लिया गया है. हालांकि, सरकार की गाइडलाइन के तहत मंदिर अब तक खुला था. बता दें कि नवरात्रि 17 अक्टूबर से शुरू हो रही हैं. मंदिर प्रशासन द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि आज स्थानीय प्रशासन के साथ मंदिर के पुजारियों की मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि कोरोना महामारी के विकराल रूप को ध्यान में रखते हुए मंदिर को बंद रखा जाए. नवरात्रि के अवसर पर कालकाजी मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ होती है. ऐसे में सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस को फॉलो करना जटिल कार्य है. इसलिए मंदिर को आम भक्तों के लिए बंद रखा जाएगा. 

घर के पास ही होंगे झंडेवाली देवी माता के दर्शन

वहीं, 8 अलग-अलग रथों पर सवार आदि शक्ति मां झंडेवाली की झांकियां शहर के विभिन्न हिस्सों में निकाली जाएंगी. यह झांकियां हूबहू झंडेवालान मंदिर जैसी होंगी. मंदिर प्रशासन प्रमुख रवींद्र गोयल ने कहा कि प्रतिदिन एक रथ से शहर के लगभग 3-4 स्थानों पर भक्तों को मां का दर्शन कराया जाएगा. एक दिन में लगभग 30 जगहों पर श्रद्धालुओं को आसानी से आदि शक्ति मां झंडेवाली के दर्शन होंगे. मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति होगी. प्रसाद वितरण मंदिर के बाहर किया जाएगा. 

एक ओर जहां नवरात्रि में दिल्ली में मंदिरों के बंद रहने से भक्तों को निराशा लगी तो वहीं वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने खुशखबरी भी दी है. माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने वैष्णो देवी जाने वाले तीर्थयात्रियों की रोजाना संख्या बढ़ाकर 7000 कर दी है. पहले ये सीमा 5000 थी. श्राइन बोर्ड का ये फैसला 15 अक्टूबर से लागू होगा. इस फैसले की वजह से नवरात्रि के दौरान ज्यादा लोग माता वैष्णो देवी के दर्शन कर सकेंगे. जम्मू-कश्मीर से बाहर से माता के दर्शन करने के लिए आने वाले यात्रियों को कोरोना निगेटिव का सर्टिफिकेट लेकर आना होग होगा

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