अम्बेडकर नगर
देश में आयी वैश्विक महामारी कोरोनावायरस को लेकर देश के प्रधानमंत्री या प्रदेश के मुख्यमंत्री या फिर डब्ल्यूएचओ कितनी भी गंभीरता क्यों ना दिखा ले और नित नये-नये गाइडलाइन जारी करते हुए दिशा-निर्देश जारी करें लेकिन यही lock-down सरकारी मशीनरी के लिए अवसर बन गया है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छता अभियान का कितना भी ढीढोरा पीटते रहे और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने की चाहत रखते हों।
लेकिन प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का सपना जनपद अंबेडकर नगर के बसखारी ब्लॉक में धराशाई होता नजर आ रहा है ।
बसखारी ब्लॉक में तैनात एक अडियल और मनबढ सेक्रेटरी जोकि बसखारी ब्लॉक में वर्तमान समय में प्रभार के रूप में
एडीओ पंचायत का भी पूरा कार्यभार संभाल रहा है और यही उसके लिए मलाई काटने का अड्डा बन गया।
जिसकी मनमानी और बदमाशी खुलकर आई सामने है।
बसखारी ब्लाक में अंतर्गत ग्राम सभा बेला परसा में तैनात एक सफाई कर्मी जो अपने दायित्वों का निर्वाह पूरी जिम्मेदारी से करता रहा ।
ग्राम सभा में भी उसकी काफी अच्छी छवि है लेकिन आगामी चुनाव को देखते हुए इस दबंग एडीओ पंचायत ने कुछ राजनीतिक लोगों के प्रलोभन में आकर सफाई कर्मी को निष्कासित कर दिया और अब नए नए फार्मूले अपना रहा है।
अकारण किसी को निष्कासित कर देना अर्थात उसके पेट पर लात मारना और उसका घर संसार उजाड़ देने जैसा होता है क्योंकि वही उस परिवार का सर्वत्र होता है।
और दूसरी तरफ बीते लगभग 5-6 दिनों से निष्कासन के बाद अभी तक किसी नये सफाई कर्मी की तैनाती भी नहीं हुई ।
ग्राम सभा में गंदगी का अंबार है। लोग घुटन भरी जिंदगी जीने को मजबूर हैं।
ऐसे ही भ्रष्टाचारी दबंग अधिकारियों के बलबूते प्रधानमंत्री स्वच्छता अभियान चला रहे हैं और मुख्यमंत्री उत्तम प्रदेश बना रहे हैं। और वही जब एडीओ साहब के पास फोन किया गया तो उन्होंने बताया की डीपीआरओ साहब ने निष्कासित किया होगा।
विकाश कुमार निषाद जलालपुर अम्बेडकर नगर
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