लखनऊ: 15 अक्टूबर, 2020
ईज आॅफ डूइंग बिजनेस के सुधारों को त्वरित गति से लागू करने का परिणाम है कि निवेशकों का यू0पी0 में विश्वास कायम हुआ है। पेप्सिको सहित कई कंपनियां प्रदेश में निवेश कर रही हैं। इस संबंध में फूड ऐंड बेवरिज को मल्टिनेशनल कंपनी पेप्सिको मथुरा के कोसी इंडस्ट्रियल एरिया में 814 करोड़ रूपये का निवेश कर प्लांट की स्थापना करेगी। 35 एकड़ जमीन पर लगने वाले प्लांट में पेप्सिको अपने चिप्स बैंड ‘लेज’ और ‘कुरकुरे’ का उत्पादन करेगी। इससे 1500 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। यह यूनिट वर्ष 2021 के मध्य तक चालू हो जाएगी। मथुरा के आसपास के जिलों में आलू का बफर उत्पादन होना, दिल्ली के करीब होने और एक्सप्रेस-वे के कारण निर्यात में आसानी और जेवर में एयरपोर्ट खुलने के बाद कार्गो से भी निर्यात की सुविधा होने के कारण ही कंपनी द्वारा मथुरा जनपद को चुना गया।
मा0 मुख्यमंत्री जी के अथक प्रयास के परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लक्ष्य की पूर्ति अब साकार होती दिख रही है। वर्ष 2006 के बाद यह पहला मौका है जब पेप्सिको भारत में निवेश कर रही है। सर्वप्रथम मल्टिनेशनल कंपनी पेप्सिको मथुरा में लगाएगी प्लांट, और अगले साल से उत्पादन शुरू करेगी। इस प्रोजेक्ट से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने के साथ मथुरा, अगारा, अलीगढ़, फर्रूखाबाद, कन्नौज के आलू किसानों को फसल की अच्छी कीमत भी मिलेगी। पेप्सिको कंपनी चिप्स बनाने के लिए हर साल इन जिलों के किसानों ने 60 हजार टन आलू खरीदेगी।
उद्योग विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पेप्सिको करीब 30 साल से उत्तर प्रदेश में फ्रेंचाइजी के जरिए कार्बोनेटेड साॅफ्ट ड्रिंक्स और नान-कार्बोनेटेड बेवरिज का उत्पादन कर रही है। ये यूनिट्स ग्रेटर नोएडा, मथुरा, जौनपुर, कानपुर देहात और हरदोई में हैै। ऐसा पहली बार हुआ है कि पेप्सिको स्वयं एक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट लगा रही है। इस परियोजना की स्थापना से न केवल राज्य में खाद्य-प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि क्षेत्रीय किसानों को भी लाभ होगा।
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