अंबेडकरनगर। करीब सात महीने बाद माध्यमिक विद्यालयों के करीब 80 हजार छात्र-छात्राओं के लिए फिर से स्कूल जाने का मौका आ गया है। शासन के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा विभाग ने इसके लिए आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिले के 375 माध्यमिक विद्यालयों के प्रबंधन को विभाग ने अभिभावकों से सहमति के लिए पत्र भेजा है। जरूरी एहतियात के साथ 15 अक्तूबर से कक्षा नौ से 12 तक की कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। इससे सबसे ज्यादा लाभ इस बार की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं को मिलेगा। अधिकांश विद्यालय ऑनलाइन कक्षाएं तो संचालित कर रहे हैं, लेकिन इसका लाभ सभी छात्र-छात्राएं नहीं उठा पा रहे हैं। इससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
कोरोना महामारी के चलते समूचे देश में सरकार ने स्कूल-कॉलेज मार्च माह में परीक्षा के दौरान ही बंद करने का निर्देश जारी कर दिया था। इससे कई कक्षाओं की परीक्षाएं अधूरी रह गई थीं तो कुछ की शुरू ही नहीं हो सकी थीं। अनलॉक प्रक्रिया शुरू होने के बाद उच्च कक्षाओं की अधूरी परीक्षाओं को पूरा करा दिया गया। बाजार व अन्य व्यवसाय भी शुरू हो गए, लेकिन संक्रमण के खतरे को देखते हुए शासन विद्यालय खोलने को उचित नहीं समझ रहा था।
सरकार को चिंता थी कि विद्यालय खुले तो यह संक्रमण बच्चों तक पहुंच जाएगा जो काफी घातक साबित हो सकता है। इस बीच अब व्यवस्था धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। ऐसे में सरकार ने माध्यमिक स्तर के विद्यालयों को खोलने की प्रक्रिया शुरू की है। शासन ने 15 अक्तूबर के बाद से विद्यालय खोलने की तैयारी तो शुरू कर दी है, लेकिन इससे पहले विद्यालय प्रशासन को निर्देशित किया है कि वह अभिभावकों से इसकी लिखित सहमति जरूर लें।
शासन का फरमान जिले में पहुंचा तो विभाग अमल में जुट गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से जिले के 375 माध्यमिक विद्यालयों को पत्र भेजा गया है। इसमें कहा गया कि 15 अक्तूबर से विद्यालय संचालन करना है। ऐसे में अभिभावकों से पहले सहमति ली जाए कि वे अपने बच्चों को विद्यालय भेजेंगे या नहीं। अभिभावकों की सहमति के साथ ही विद्यालय प्रबंधन को कोविड गाइड लाइन का भी पालन करना होगा। विद्यालय में सिर्फ 50 प्रतिशत छात्र-छात्राओं की ही उपस्थित होगी।
बच्चों के शरीर का तापमान मापने, सैनिटाइज करने आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी। साथ ही जिन विद्यालयों में वाहन सुविधा है, उन्हें ये सुविधाएं वाहनों में भी उपलब्ध करानी होगी। छात्र-छात्राओं के साथ ही विद्यालय के स्टाफ को मास्क लगाना होगा। नियमों की अनदेखी करने वालों को विद्यालय में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
अकबरपुर नगर के डॉ. अशोक कुमार स्मारक इंटर कॉलेज की प्रबंधक रेनू वर्मा ने बताया कि शासन के निर्णय से छात्र-छात्राओं में खुशी का माहौल है। शिक्षक भी इस निर्णय से उत्साहित हैं। विद्यालय खुलने की उम्मीद के चलते अब नए सिरे से विद्यालय में साफ-सफाई व अन्य जरूरी तैयारियां शुरू कराई जा रही हैं। इन्हें समय रहते पूरा कर लिया जाएगा। विद्यालय में सभी सुविधाएं मौजूद हैं। विभाग के निर्देशों का पूरी गंभीरता से पालन किया जाएगा। अभिभावकों से सहमति लेने के बाद ही बच्चों को बुलाया जाएगा।
दोस्तपुर रोड स्थित डिवाइन पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य अशोक सिंह ने बताया कि बच्चों का हित सर्वोपरि है। यदि विद्यालय शुरू होता है तो संक्रमण बचाव के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए जाएंगे। जय बजरंग इंटर कॉलेज, रामनगर के प्रधानाचार्य हरेराम पाण्डेय ने बताया कि तैयारियां चल रही हैं। बच्चों के आने पर सोशल डिस्टेसिंग, सैनिटाइज करने आदि की व्यवस्था मुकम्मल होगी। एक बेंच पर दो बच्चे बैठें, यह इंतजाम किया जाएगा। विद्यालय में प्रवेश व निकासी दो अलग-अलग द्वार से की जाएगी जिससे सोशल डिस्टेसिंग का पालन सुनिश्चित हो सके।
विद्यालय संचालित करने को लेकर शासन से पत्र मिला है। इसमें अभिभावकों की सहमति पर जोर दिया गया है। विद्यालयों के माध्यम से अभिभावकों से सहमति पत्र भरवाया जा रहा है। विद्यालय संचालित होने पर करीब 80 हजार छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा। फिलहाल विद्यालयों में 50 प्रतिशत उपस्थित रहेगी। इसके लिए विद्यालयों को शेड्यूल बनाना होगा।
हिंदी संवाद के लिए विकाश कुमार निषाद जलालपुर अम्बेडकर नगर
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