Title: My Analysis on Sushant Case After In-Depth Media Monitoring. सुशांत केस में मीडिया रिपोर्ट निगरानी के बाद मेरा विश्लेषण।

Hindi: मैंने पिछले 15 दिनों की कई मीडिया रिपोर्ट की निगरानी करने के बाद ये विश्लेषण किया है। मेरा मानना ये है: 

1) हो सकता है, ड्रग्स के ओवरडोज़ के कारण सुशांत की मौत पहले ही हो गयी होगी। फिर उस पर पर्दा डालने के लिए, उसको आत्महत्या बताने की कोशिश की गई होगी। ताकि ड्रग व्यापार वालों का नाम न आये। दूसरी बात, मुम्बई में ड्रग व्यापार का खेल चले, और पुलिस को मालूम न हो, ऐसा संभव नही। शायद इसलिए पुलिस भी इस केस को आत्महत्या साबित करने पर ज़ोर दे रही होगी। ताकि पुलिस पर कोई उंगली न उठा सके, और लोगों को पता न चले, की कैसे पुलिस की मिलीभगत से ड्रग का कारोबार पनप रहा है। हो सकता है कि दिशा कैस में भी उस रात की पार्टी में ड्रग का इस्तमाल हुआ हो। और ड्रग के नशे में वो 12वी मंज़िल से कूदी हो। या शायद दिशा की भी ड्रग से मौत होने के बाद, उसको भी आत्महत्या साबित करने का प्रयास किया जा रहा हो। ये सब संभावनाएं हो सकती है। अब गहरी तहकीकात से ही सच सामने आएगा। ये भी एक संभावना है, की ड्रग व्यापार में लिप्त बड़े-बड़े नाम और चेहरे कही बेनकाब न हो जाये, इसलिए आत्महत्या का सारा ड्रामा रचा गया हो। ताकी उनका व्यापार कही रुक न जाये। ताकी कही शिकंजा ओर तगड़ा न कस जाए उन ड्रग कारोबारियों पर।

2) एक बात और भी है - नाम नहीं लूंगा, लेकिन जिन पर भी CBI और NCB की तहकीकात चल रही है, शायद वो लोग इसका धड़ल्ले से व्यापार करते रहे होंगे। और ये लोग शायद, सुशांत-दिशा जैसे लोगों को मौत बेचकर पैसा कमाते होंगे। ड्रग के कारोबार में, बड़े मुर्गों को ही ज़्यादातर फसाया जाता है। क्योंकि गरीब और मिडल क्लास वाले तो महँगे ड्रग का सेवन कर नही सकते। मज़े की बात ये है, की ड्रग कारोबारी दो तरह से पैसा कमाते है। पहले "ड्रग बेचकर" और दूसरा "ड्रग के नशे में लूटकर"। सुशांत के बैंक स्टेटमेंट के खर्चे से तो ऐसा ही लगता है, जैसे उसको ड्रग का नशा देकर, नशे की हालत में, मौके का फायदा उठाया जाता रहा होगा। और उसके पैसों से उसके अगल-बगल वाले सभी मज़े उड़ाते रहे होंगे। ये संभावना भी हो सकती है। अगर मेरा ये अंदाज़ सत्य है, तो ऐसी तितलियों से अपने लड़को को कृपया बचाकर रखें। वरना आपकी सारी मेहनत की कमाई को दीमक की तरह, ये तितलियाँ साफ कर देंगी।

संभावना के आधार पर विश्लेषण

    Kalpesh Sharma
    shrishanidev@gmail.com 
    pvtint@gmail.com

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