सीडीओ ने जनपद के उर्वरक विक्रेताओं को फिर से चेताया

बलरामपुर/जनपद समस्त खुदरा एवं थोक उर्वरक विक्रेताओं को नियमानुसार  पी0ओ0एस0 में स्टाक प्राप्त करने के उपरान्त कृषकों के आधार एवं जोत के अनुसार ही  उर्वरकों का वितरण करने का निर्देश जिला प्रसाशन द्वारा एक बार फिर से दिया गया है ।

       किसी भी व्यक्ति को बिना अंगूठा लगाये पी0ओ0एस0 मशीन से उर्वरकों का बिक्री न किया जाए उक्त बातें मुख्य विकाश अधिकारी अमनदीप ढुली ने देते हुये उर्वरक विक्रेताओं को कड़े निर्देश दिए हैं । 

 शासन के निर्देश के अनुपालन में जनपद में उर्वरक वितरण समिति एवं डिस्ट्रिक लेविल क्वार्डिनेशन कमेटी (डी0बी0टी0) एवं उर्वरक वितरण समिति की बैठक मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में 28 सितम्बर, 2020 को विकास भवन सभागार में आयाजित की गयी।

 बैठक में भारत सरकार के निर्देश के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि बिना अंगूठा लगाये पी0ओ0एस0 मशीन से उर्वरकों का कोई बिक्री नहीं की जायेगी। साथ ही रबी अभियान 2020 के अन्तर्गत प्रत्येक किसान को उसके जोत के अनुसार ही उर्वरकों की आपूर्ति/बिक्री की जाए। जिससे जनपद में प्रत्येक किसान को उसकी आवश्यकतानुसार उर्वरक मिल सके। यह बातें जिला कृषि अधिकारी मनजीत कुमार ने बताई।


            उन्होंने कहा कि जनपद में 20 विक्रेताओं द्वारा अधिक मात्रा में अवास्तविक/काल्पनिक नामों से गैर आधार कार्ड से लेन-देन किया गया था, जिसकी पहचान में विसंगति पैदा होने के कारण उन विक्रेताओं की जांच की गयी। जांच में उन विक्रेताओं द्वारा कृषकों को विक्रय की गयी यूरिया गलत पायी गयी, जिसके कारण भारत सरकार के निर्देश के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा लाइसेन्स निरस्त करने हेतु निर्देशित किया गया था।

ऐसी घटनाएं पुनः न हों ये बेहद जरूरी है वर्ना दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी । 

उन्होंने जनपद के समस्त खुदरा/थोक उर्वरक विक्रेताओ को निर्देशित किया है कि पी0ओ0एस0 में स्टाक प्राप्त करने के उपरान्त कृषकों के आधार एवं जोत के अनुसार उर्वरकों का वितरण करें, साथ ही थोक उर्वरक विक्रेता अपने खुदरा उर्वरक विक्रेताओं को बिना स्टाक व बिक्री रजिस्टर देंखे एवं लाइसेन्स की बैधता तिथि देखें उर्वरक की आपूर्ति न करें, यदि किसी विक्रेता के द्वारा निर्देशों की अवहेलना की जाती है, तो उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।

साथ ही उन्होंने  किसान भाईयो से अपील किया है कि उर्वरक क्रय करते समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अवश्य करें तथा वैज्ञानिक संस्तुति के अनुसार रबी फसलों में यूरिया/डी0ए0पी0 का प्रयोग करें, क्योंकि अधिक यूरिया व डी0ए0पी0 के प्रयोग करने से हमारी मिट्टी का सेहत खराब होती है।

हिंदी संवाद के लिए उमेश चन्द्र तिवारी, बलरामपुर

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