केंद्र सरकार की किसान विरोधी दमनकारी नीतियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा-मोनू पंवार प्रदेश सचिव
आज भारतीय किसान यूनियन अंबावता किसानों के मसीहा राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषि पाल अंबावता जी के आह्वान पर पूरे देश प्रदेश में चक्का जाम।
2 अक्टूबर को राजघाट लाल बहादुर शास्त्री जी की समाधि पर किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषि पाल जी द्वारा महापंचायत का आयोजन किया जाएगा जिसमें पूरे देश का किसान हिस्सा लेगा
आज प्रदेश सचिव मोनू पवार ने बताया भारतीय किसान यूनियन अंबावता ने केंद्र सरकार की किसानों के लिए गलत अध्यादेशों को लागू करने के विरोध में मवाना मेरठ मार्ग पर चक्का जाम किया और जमकर नारेबाजी की
जिसमें किसान यूनियन अंबावता जिलाध्यक्ष जितेंद्र गुर्जर के साथ समाजवादी पार्टी किशोर वाल्मीकि, रालोद अध्यक्ष राममेहर जी, जाट महासभा रोहीत जाखड,राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन रामवीर सिंह गौरव चौधरी, भाकियू टिकैत नरेश चौधरी, भारतीय किसान सभा व अन्य किसान यूनियन ने समर्थन दिया अपने ज्ञापन में किसानों से संबंधित कई मांगों को रखते हुए। भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के प्रदेश सचिव मोनू पवार घौरिया व जिलाध्यक्ष जितेंद्र गुर्जर ने अपने संबोधन में कहा कि जब तक केंद्र सरकार अध्यादेश वापस नहीं लेती तब तक हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा । उन्होंने कहा की आज पूरे प्रदेश में हर जिले के जिलाधिकारी कार्यालय व सडको पर किसानों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है ।
आगामी 2 अक्टूबर को यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री ऋषि पाल अंबावता जी के आह्वान पर लाल बहादुर शास्त्री जी की समाधि पर किसानों की महापंचायत का आयोजन किया जाएगा
समाधि पर पूरे देश से आए हुए किसानों के समक्ष महापंचायत में आगे की रणनीति तय की जाएगी यदि अध्यादेश वापस नहीं किए तो पूरे देश में किसानों का प्रदर्शन तेज किया जाएगा।
केंद्र सरकार ने राज्यसभा में कृषि सुधार विधेयक पेश किया। इस दौरान हंगामा के बीच ध्वनिमत से कृषि सुधार विधेयक पास हो गया। पूरे देश में इस बिल को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। राममेहर जी ने कहा कि अच्छा होता सरकार बिल राज्यसभा में पेश करने से पहले देश की विभिन्न किसान संगठनों से मिलकर चर्चा कर लेती और उनके चिंताओं का हल करने के बाद यह बिल लेकर आती।
रोहित जाखड ने कहा कि भारतीय इतिहास में किसान वर्ग सबसे शोषित और अपने अधिकारों से वंचित रहा है। रामवीर सिंह गौरव चौधरी ने कहा मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने घोषणा की थी किसानों की आय 2022 तक दोगुनी की जाए हम सभी इसके पक्षधर है। उन्होंने किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं से किसानों को संबल प्रदान किया है लेकिन किसी भी ऐसे बिल और नियम जो किसानों से संबंधित हो जिनका फाएदा दीर्घकालिक हो उसे बिना किसान हितेषी संगठन और कृषि विशेषज्ञों के संयुक्त बैठक के पास नहीं करना चाहिए।
किसान किसी राजनीतिक दल का पिछलग्गू नहीं है। हमने सदैव अपनी मांग अपने बलबूते उठाई है लेकिन आजका बिल अगर किसानों को भरोसे में लेकर पास किया जाता तो बेहतर होता। हम सभी चाहते है कि किसान बिचौलियों और आढ़ती व्यवस्था से मुक्त हो। प्रधानमंत्री जी के आश्वासन के बाद भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) आधारित खरीद प्रणाली के अंत और निजी कंपनियों द्वारा शोषण के बढ़ने की चिंता हम सबके सामने है। सपा नेता किशोर वाल्मीकि ने कहा देश में 80 प्रतिशत छोटे किसान है जिनके लिए तकनीक ऑनलाइन, अनुबंध जैसी चीज किसी अबूझ पहेली जैसा है। इसलिए सबसे पहले किसानों को जागरूक किया जाना चाहिए था इसके लिए सरकार अब भी चाहे तो बड़े स्तर पर जागरूकता कैम्प लगाएं और अन्नदाताओं की चिंताओं के समाधान करें। साथ ही एमएसपी खत्म नहीं होगी इसकी गारंटी दी जाए।
*इस मौके पर प्रमुख रूप से सपा जिला उपाध्यक्ष मोनू पवार घौरिया जितेंद्र गुर्जर दिपक गिरी जिला अध्यक्ष युवा सपा किशोर वाल्मीकि राममेहर जी राजकुमार सांगवान नरेंद्र खजुरी रामवीर निलोहा मोहीत चौधरी प्रवीण नैडू , रोहित जाखड गौरव चौधरी नरेश संदीप नौशाद महाराज श्री आदि सैकड़ों किसान कार्यकर्ता उपस्थित रहे*
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