ताला बंदी के समय पुलिस प्रशासन के बीच में सिविल वर्दी के कुछ लोगो में से किसी एक ने किसान नेता नीरज त्यागी का गला दबाकर मारने का प्रयास किया गया । बड़ी मुश्किल से गले पर से हाथ हटाया तब जाकर नीरज त्यागी ठीक से सांस लिया । ये जानलेवा उत्पीड़न का तरीका क्या कानून का उलंघन नहीं है क्या सीधे सीधे अपराध नहीं है। किसान नेताओं को गला दबाकर मारकर बवाल लाठीचार्ज करके उसका दोष किसानों पर मढ़ना चाहती है सरकार और आन्दोलन को खत्म करना चाहते हैं ।
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