सेवानिवृत्त प्रधानाचार्या गीता त्रिपाठी को दी गयी विदाई

बलरामपुर /जनपद  मुख्यालय के  बलरामपुर मॉडर्न इंटर कालेज बलरामपुर की प्रधानाचार्या श्रीमती गीता त्रिपाठी को विद्यालय प्रबंधक जितेंद्र सिंह तोमर व शिक्षकों ने उनके सेवानिवृत्ति पर मंगलवार को विद्यालय मे आयोजित एक  विदाई पार्टी मे सम्मानित  करते हुए अच्छे स्वास्थ्य की कामना की  । 
जनपद के बेहतरीन विद्यालयों मे  शुमार बलरामपुर मॉडर्न स्कूल की पूर्व प्रधानाचार्य श्रीमती गीता त्रिपाठी के सम्मान मे  मॉडर्न  बालिका इंटर कालेज बलरामपुर मे एक विदाई कार्यक्रम आयोजित किया गया ।  उन्हें शाल , धार्मिक पुस्तक और स्मृति चिन्ह देकर  सम्मानित किया गया । बताते चलें कि  श्रीमती त्रिपाठी मार्च माह मे ही अपने पद से  सेवानिवृत्त हो गयी थी परंतु कोरोना के चलते यह कार्यक्रम  अब आयोजित किया गया । 
उक्त आशय की जानकारी देते हुए विद्यालय की प्रधानाचार्या प्रीति श्रीवास्तव ने बताया कि श्रीमती गीता त्रिपाठी ने इस जनपद के शिक्षा व्यवस्था मे अतुलनीय योगदान दिया है। 
प्रबंधक जितेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि श्रीमती गीता त्रिपाठी  शिक्षा के लिहाज काफी पिछड़े क्षेत्र बलरामपुर मे आदर्श के रूप मे हमेशा याद कि जाएंगी ।
वहीं मॉडर्न इंटर कालेज बलरामपुर  के प्रधानाचार्य हेमंत कुमार तिवारी ने कहा कि एमएलके कालेज के तत्कालीन प्राचार्य डा आदित्य कुमार चतुर्वेदी ने जनपद की खराब शिक्षा को सुधारने के उदेश्य से मॉडर्न स्कूल के रूप मे एक छोटा सा प्राइमरी स्कूल चलाया था ।  जिसमें  श्रीमती त्रिपाठी के प्रधानाचार्या बनने के बाद निरन्तर प्रगति होती गयी और आज वही संस्था आज  एक शानदार इंटर कालेज के रूप मे जनपद और बाहर से आए विद्यार्थियों को शिक्षा देने मे अपना कार्य कर रहा है ।  गीता जी ने विद्यालय को इस रूप मे खड़ा करने मे अपना पूरा जीवन लगा दिया । यही नही आज विद्यालय एक सम्मानित इंटर कालेज के रूप मे कार्य कर रहा है जिससे निकले हजारों बच्चे आईएएस, पीसीएस डाक्टर, इंजीनियर सहित विविध क्षेत्रों मे  देश कि सेवा कर रहे हैं । इनके अनुशासन कड़े नियम और मेहनत को ही विद्यार्थियों ने आदर्श माना है । 
इस साल इनका शिक्षा के मंदिर से अलग होना वास्तव मे बेहद दुखद है लेकिन यह आशा है कि ये आगे भी  विद्यालय को अपना सहयोग देती रहेंगी ।वही अपने विदाई के अवसर पर गीता त्रिपाठी ने कहा कि इस विद्यालय की हर एक ईंट मे मेरी यादें जुड़ी हैं । मैंने इसके बाल स्वरूप से युवा तक पन्हुचाने मे अपना शत प्रतिशत देने का पूरा प्रयास किया है । मै उम्मीद करती हूँ कि इससे जुड़े जिम्मेदार लोग , शिक्षक,  कर्मचारी अपनी पूरी लगन से इसके स्तर को बनाए रखेंगे । यह विद्यालय मेरे लिए कंकड़ पत्थर का केवल भवन ही नही रहा अपितु मेरे पुत्र की तरह रहा है । मै इसके निरन्तर प्रगति को ही देखते रहना चाहती हूँ । 
इस अवसर पर भुवनेश्वर प्रसाद पांडे , टी एन मिश्रा , कमल पांडे , कंचन श्रीवास्तव सुधांशु आचार्य , शालिनी , खुशबू , अनामिका , अजय यादव सहित विद्यालय के शिक्षक और कर्मचारी मौजूद रहे ।

उमेश चंद्र तिवारी 
बलरामपुर

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