- तेरा रेप हुआ, तो मैं क्या करूँ? ये हम इंसानों की सोच।
- तुझे मार दिया, तो मैं क्या करूँ? ये हम जानवरों की सोच।
- तुझे जलाया, तो मैं क्या करूँ? ये हम हैवानों की सोच।
- तू मेरी बेटी, तो मैं क्या करूँ? ये हम पिताओं की सोच।
- तू मेरी बहन, तो मैं क्या करूँ? ये हम भाइयों की सोच।
- तू मेरी माँ, तो मैं क्या करूँ? ये हम बेटों की सोच।
- तू मेरी बीवी, तो मैं क्या करूँ? ये हम पतियों की सोच।
- तू मेरी बहु, तो मैं क्या करूँ? ये हम ससुराल वालों की सोच।
- तू मेरी वोटर, तो मैं क्या करूँ? ये हम नेताओं की सोच।
- तू मेरी दर्शक, तो मैं क्या करूँ? ये हम मीडिया वालों की सोच।
- तू मेरी कर्मचारी, तो मैं क्या करूँ? ये हम व्यापारियों की सोच।
- तुझे मार दिया, तो मैं क्या करूँ? ये हम जानवरों की सोच।
- तुझे जलाया, तो मैं क्या करूँ? ये हम हैवानों की सोच।
- तेरा रेप हुआ, तो मैं क्या करूँ? ये हम इंसानों की सोच।
इसीलिए तो हम गर्व से कहते है, 'मेरा भारत महान'।
- क्योंकि ऐसी है हम सभी की सोच।
- सबके दिमाग में आ गयी है भयंकर मोच।
- अरे हरामज़ादो, तुम मत करो बदनाम कोख।
Kalpesh Sharma
shrishanidev@gmail.com
pvtint@gmail.com
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