कोरोना मुक्त भारत
कौन सीखा है सिर्फ बातों से,
एक हादसा भी तो ज़रूरी है।
भारत ने ठाना है,
कोरोना को भगाना है।
आओ कुछ दिन सुकून से जीते हैं,
गैरों से दूर कुछ पल अपनों के बीच रहते हैं।
इसलिए घर के अंदर रहकर अभी,
यह पहला नियम निभाना है।
भारत ने ठाना है,
कोरोना को भगाना है।
आज ज़िंदगियां हाथ धो रही हैं,
हाथ न धोना कारण है।
घर आ सैनिटाइस कर,
हाथों को धुलवाना है।
भारत ने ठाना है,
कोरोना को भगाना है।
काम ज़रूरी हो अगर, मास्क ज़रूर लगाना है।
कभी भीड़ हो तो, उचित दूरी बनाना है।
हाथ जोड़कर जय कर, गले नहीं लगाना है।
भारत ने ठाना है,
कोरोना को भागना है।
रोग का संशय हो तो, जांच अवश्य कराना है।
आज कोरोना योद्धाओं की मेहनत को,
यूं ही व्यर्थ नहीं गवाना है।
भारत ने ठाना है,
कोरोना को भगाना है।
लगता है आज प्रकृति कुछ खफा है,
चलिए छोड़िये कौनसी पहली दफा है।
माननीय प्रधानमंत्री जी के नियमों का,
पालन अवश्य करना है।
आज भारत को एकता और मजबूती से,
कोरोना मुक्त करना है।
Kritika Rastogi
BA LLB
Invertis University
Bareilly
Very well written. Thoughtful factual and deep insights into the current situation. Keep it up.
जवाब देंहटाएंVery well compiled. Deep insights into the current scenario. Very thoughtful and motivational too.Well done keep it up.
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